पटना: दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के अंतिम दर्शन के लिए क्या नेता क्या जनता हजारों हजार की संख्या में लोग पहुंच रहे थे. लेकिन माहौल तब और गमगीन हो गया , जब उनके पैतृक गांव शाहरबन्नी से परिजनों के साथ उनकी पहली पत्नी राजकुमारी देवी रोती हुई पहुंची.  पति के शव को देख बेहाल होती राजकुमारी को साथ आईं महिलाएं संभालने में जुटी थीं.  भले हीं पति ने बरसों पहले नाता तोड़ लिया था. लेकिन राजकुमारी की मांग में अब भी पति राम विलास पासवान के नाम का सिंदूर बरकरार था, आज वो भी छूट गया.राजकुमारी के विलाप को देखकर वहां मौजूद सबकी आंखें नम हो गईं. इस दौरान चिराग सहित परिवार के तमाम लोगों वहां मौजूद थे.



राजकुमारी की यादों में राम विलास



राजकुमारी देवी ने दिवंगत पति को याद करते हुए बस इतना बताया कि आख़िरी बार 5 साल पहले मुलाक़ात हुई लेकिन बात नहीं हो पायी थी. रोते रोते राजकुमारी ने यह भी कहा कि जब इनके पति ने ने दूसरी शादी की थी तब राजकुमारी की उम्र बीस साल थी.तब से आज तक पति के नाम के सिंदूर का साथ अब तक बना था  साथ अब वो भी छूट गया.
जानकारों की माने तो जब रामविलास पासवान की शादी राजकुमारी से हुई थी तो राजकुमारी की उम्र महज 13 साल थी.  और रामविलास उस समय 14 साल के थे. 1967 में एमएलए बनने के बाद राजकुमारी देवी, रामविलास पासवान के साथ हीं रहती थीं. फिर रामविलास पासवान एमपी बन गए. और सबकुछ बदल गया. फिर 7 साल की बेटी आशा पासवान के साथ पत्नी को छोड़ कर चले गए थे पासवान.
उसके बाद 1981  में राजकुमारी देवी को तलाक देकर 1983 में रीना शर्मा से दूसरा विवाह कर लिया. जिनसे उन्हें एक बेटा और एक बेटी हैं. बेटा चिराग पासवान लोजपा के अध्यक्ष हैं और जमुई से सांसद हैं.