पटना: बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह (Akhilesh Prasad Singh) को राज्यसभा भेजा सकता है. सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के खाते में राज्यसभा की दस सीटें आने वाली हैं. कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र से एक, तेलंगाना से दो और कर्नाटक से तीन सीटें मिलेंगी. बिहार से अखिलेश प्रसाद सिंह का नाम है.


बिहार में आरजेडी के मनोज कुमार झा और अहमद अशफाक करीम, जेडीयू के अनिल प्रसाद हेगड़े और वशिष्ठ नारायण सिंह, बीजेपी के सुशील कुमार मोदी और कांग्रेस सदस्य अखिलेश प्रसाद सिंह का कार्यकाल पूरा हो रहा है. इन्हीं छह सीटों के लिए चुनाव होंगे.


दरअसल कुछ दिनों पहले ही चुनाव की तारीखों का एलान भी हुआ था. बिहार की 6 सीटों के लिए 27 फरवरी को वोटिंग होगी और इसी दिन नतीजे आएंगे. आज गुरुवार से नामांकन लेने का काम शुरू हो गया है. नामांकन की अंतिम तारीख 15 फरवरी है. नामांकन पत्रों की जांच 16 फरवरी और नाम वापसी की तारीख 20 फरवरी तक है. 27 फरवरी को चुनाव होगा और उसी दिन शाम में 5:00 बजे काउंटिंग भी होगी.


अखिलेश प्रसाद सिंह के बारे में जानिए


अखिलेश प्रसाद सिंह को कांग्रेस दूसरी बार मौका देने जा रहा है. 3 अप्रैल 2018 को इसके पहले राज्यसभा सदस्य के लिए निर्विरोध चुने गए थे. अखिलेश सिंह का राजनीति करियर काफी पुराना रहा है, लेकिन वह वर्ष 2000 से सक्रिय रूप से राजनीति करते रहे हैं. कांग्रेस से पहले वह आरजेडी के नेता हुआ करते थे.


2000 से 2004 तक अरवल से आरजेडी के विधायक रहे. आरजेडी ने 2004 में उन्हें मोतिहारी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का मौका दिया, जिसमें वह जीते और पहली बार लोकसभा सांसद बने. 2009 में उन्होंने आरजेडी का दामन दिया. अखिलेश प्रसाद सिंह कांग्रेस के टिकट पर 2009 में पूर्वी चंपारण और 2014 में मुजफ्फरपुर से चुनाव लड़े और दोनों जगह पर हार का सामना करना पड़ा. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी तरारी निर्वाचन क्षेत्र से सुदामा प्रसाद से वह हार गए गए थे. कांग्रेस के आला कमान ने उन्हें 5 दिसंबर 2022 को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया था.


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