रोहतास: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने शनिवार (7 अक्टूबर) को रोहतास में थे. रोहतास में कोआथ हाईस्कूल के मैदान में उन्होंने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पीएम का सपना देख रहे हैं. आप बिहार में एमएसपी की गारंटी कर दीजिए. किसानों का अनाज एमएसपी से कम कीमत पर खरीदने वालों पर कानूनी कार्रवाई करिए. हम आपका प्रचार करेंगे, नहीं तो जरूरत पड़ने पर पटना की सड़कों पर टैक्टर चलाएंगे.


किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार प्रति क्विंटल धान की किमत 26 सौ रुपये देती है. तेलंगाना की सरकार 10 हजार रुपये प्रति एकड़ की सब्सिडी देती है. यदि बिहार की सरकार एमएसपी और किसान पेंशन दे दे तो हम नीतीश का प्रचार करेंगे अन्यथा जरूरत पड़ी तो पटना की सड़कों पर भी ट्रैक्टर चलेंगे. अभी तो आंदोलन शुरू ही नहीं हुआ और एक भी आंसू गैस का एक भी गोला नहीं फूटा. 


'मजदूर बनकर रह गए बिहार का किसान'


स्वामी शहजानंद सरस्वती का नाम लेते हुए टिकैत ने कहा कि बिहार के किसान मजदूर बन के रह गए हैं. बिहार के लोग देश और दुनिया में भरे पड़े हैं. बड़े व्यापारी आपकी जमीन लूटेगा और आप उसके यहां अपनी जमीन पर ही मजदूरी करेंगे.


राकेश टिकैत बोले- एक साल बिहार के नाम


राकेश टिकैत ने कहा कि एक साल की फसल का त्याग करें सरकार घूटने टेक देगी. टिकैत ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि संगठन बनाओ और पटना की सड़कों पर चलने के लिए तैयार रहो. सरकारें गांव, खेत और किसानों के लिए काम करने लगेंगी. 


वहीं सभा को संबोधित करते हुए आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार में 2006 में मंडी समाप्त कर दी गई थी जिससे राज्य के किसानों को उनके उपज पर एक लाख करोड़ रुपये का नुकसान प्रति वर्ष हो रहा है. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव रणवीर सिंह सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश के किसानों को बर्बाद करने में केंद्र एवं राज्य सरकार जिम्मेदार है. बिहार के किसानों की फसल एवं नस्ल बचाने के लिए दिल्ली की तरह पटना को भी घेरने की जरूरत पड़ी तो भारतीय किसान यूनियन तैयार है. 


बिहार के भारतीय किसान यूनियन के संयोजक दिनेश ने कहा है कि किसान बदहाल हैं. शाहाबाद एवं बिहार के किसान पटना को घेरने के लिए तैयार रहें. घर से निकलने के लिए तैयार रहें. 


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