पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) को मंगलवार को मरणोपरांत पद्म भूषण से नवाजा गया. दिल्ली में देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने एलजेपी संस्थापक रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान (Chirag Paswan) को पुरस्कार सौंपा. इधर, पिता की जगह से पुरस्कार लेने के बाद जमुई सांसद चिराग पासवान काफी भावुक दिखे. उन्होंने अपनी भावनाओं को ट्विटर के माध्यम से जनता के साथ साझा किया है.
चिराग ने ट्वीट कर कही ये बात
चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा, " आज का दिन मिश्रित भावनाओं से भरा हुआ है. एक तरफ जहां आंखें नम हैं, तो वहीं सीना गर्व से भरा हुआ है. पापा को आज मिला सम्मान बेहद खास है. पर पहली बार है कि ऐसे खास मौके पर मां और मेरे साथ वे खुद मौजूद नहीं हैं."
पार्टी में टूट के बाद अकेले पड़े चिराग
बता दें कि पिता के निधन के बाद जिस तरह पार्टी में पोजिशन को लेकर चाचा पशुपति पारस (Pashupati Paras) के साथ उनका विवाद हुआ, और पार्टी दो टुकड़ों में बंट गई, इससे चिराग काफी आहत हुए हैं. पार्टी में टूट के बाद चिराग अकेले पड़ गए हैं और अपनी खुद की राजनीतिक जमीन तलाशने में लगे हुए हैं. पिता के जन्मदिन के अवसर पर उन्होंने आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की है, जिसके तहत वे इन दिनों पूरे बिहार का दौरा कर रहे हैं.
आरजेडी से भी नजदीकियां बढ़ी
इस दौरान उनकी आरजेडी (RJD) से भी नजदीकियां बढ़ी हैं. हालांकि, इस मोर्चे पर उन्होंने अभी तक खुलकर कुछ नहीं कहा है. हालांकि, वे अपने दिवंगत पिता को भारत रत्न के सम्मान से नवाजने की मांग कर रहे हैं. वहीं, चिराग ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के दिल्ली स्थित आवास जिसे खाली करने का आदेश जारी कर दिया गया है, में पिता की मूर्ति स्थापित कर दी है. इस बात को लेकर बीते दिनों काफी हंगामा हुआ था.
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