आरोपों से घिरे रामसूरत राय को देनी पड़ी सफाई, कहा- भाई के नाम पर स्कूल, उससे मेरा कोई रिश्ता नहीं
आरोपों पर पलटवार करते हुए रामसूरत राय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने ही सवाल खड़े किए और उनके जवाब भी दे दिए. उन्होंने पहले कहा कि रामसूरत के परिसर से शराब मिली, फिर आज कहा कि भाई के परिसर से शराब मिली है.
पटना: सूबे के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी और विपक्ष की तरफ से उठ रहे इस्तीफे की मांग के बाद बिहार सरकार में मंत्री रामसूरत राय को आखिरकार शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर पूरे मामले में सफाई देनी पड़ी. पीसी में मंत्री ने कहा कि उनपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं. साथ ही उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि बड़ी से बड़ी एजेंसी पूरे मामले की जांच कर ले और जो आरोप हैं, उन्हें सिद्ध कर दें. सिद्ध कर दिया तो राजनीतिक जीवन से सन्यास ले लूंगा.
तेजस्वी यादव ने लगाए ये आरोप
बता दें कि शनिवार की सुबह तेजस्वी यादव ने पीसी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि जिस स्कूल कैंपस से शराब की बरामदगी हुई, वो मंत्री के भाई की जमीन पर बनाई गई है. वहीं, उसका नामकरण उनके पिता के नाम पर किया गया है. स्कूल का बिजली का बिल भी उनके भाई हंसलाल राय के नाम पर आता है. इससे स्पष्ट होता है कि जमीन उनके भाई की है.
उन्होंने कहा कि मंत्री रामसूरत राय झूठ बोल रहे हैं. मंत्री के चैलेंज को हम स्वीकार करते हैं. अगर लीज पर जमीन दी गई है, तो लीज का एग्रीमेंट कब हुआ था, मंत्री इसकी कॉपी पेश करें. अगर, उन्होंने जमीन लीज पर दी है, तो कोई और उनके पिता जी के नाम पर स्कूल क्यों खोलेगा?
भाई के नाम पर है जमीन
इन सभी आरोपों पर पलटवार करते हुए रामसूरत राय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने ही सवाल खड़े किए और उनके जवाब भी दे दिए. पहले कहा कि रामसूरत के परिसर से शराब मिली, जो झूठ है. मेरे पिता बोचहां प्रखंड के अच्छे नेता, मुखिया रहे हैं. वो जमीन मेरे भाई के नाम से है. 2006 में हमारा मौखिक बंटवारा कर दिया गया था.
उन्होंने बताया कि 2012 में रेजिस्टर बंटवारा हो गया. इसके बाद मैंने अपना घर अलग बनाया. वहीं, मेरा घर अहियापुर थाना में है और घटना बोचहां थाने में घटी है. 13 लोगों पर मामला दर्ज हुआ, जिसमें मेरे भाई भी थे. जो गाड़ी पकड़ायी वो अमरेन्द्र कुमार के नाम से थी, जो स्कूल के संचालक थे.
दूध बेचता हूँ, ज़हर नहीं
उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी पूछें कि जो शराब बेचते हैं, जिसके भाई को आज पीसी में बैठाया था, उनकी गाड़ी किसके नाम से है? अगर मेरा भाई दोषी है, तो जेल जाए मुझे उससे कोई आपत्ति नहीं, लेकिन क्या तेजस्वी के पिता जेल में हैं तो तेजस्वी भी जेल जाएँगे? हम लोग कृष्णवंसज हैं और मैं आज भी गाय रखता हूं. बीस गाएं हमने पाल रखी हैं और इससे मुझे कोई गुरेज नहीं है.आज भी मैं दूध बेचता हूँ,ज़हर नहीं.
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