पटना: बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौतों को लेकर विपक्ष हमलावर है. वहीं सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने साफ कह दिया है कि वह किसी को मुआवजा नहीं देंगे. सोमवार को पटना एयरपोर्ट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कहा कि हमलोग क्या गलत कह रहे हैं? पहले भी जो लोग मरे थे उनको मुआवजा मिला है या नहीं मिला है? सड़क हादसा होता है तो मुआवजा मिलता है. ये जो भी मरे हैं सिर्फ नीतीश कुमार की पुलिस की निष्क्रियता के कारण मरे हैं.
रविशंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार को लेकर कहा कि न आप सहानुभूति के शब्द बोलेंगे न मुआवजा देंगे. यह साफ समझ लें कि हम शराबबंदी के खिलाफ नहीं हैं. नीतीश कुमार एक सवाल का जवाब दें कि पटना शहर में जो पीने वाले हैं उनको शराब मिलती है या नहीं? थाने की मदद से उपलब्ध हो रही है या नहीं? क्या कर रही है उनकी पुलिस? सवाल पूछिए तो चिल्लाते हैं. आज कल तो उनका अहंकार कमाल का हो गया है. 2024 में हराएंगे और 2025 में बिहार में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है.
नीतीश ने जताया था एतराज: संजय जायसवाल
रविशंकर प्रसाद के साथ मौजूद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि हर हाल में नीतीश कुमार को मुआवजा देना पड़ेगा. आज पूछते हैं कि जब बीजेपी सरकार में थी तो क्या करते थे तो 14 जनवरी 2022 का पोस्ट देखना चाहिए. संजय जायसवाल ने कहा कि जनवरी में उनके यहां दस मौत हुई थी. वह सभी के घर गए थे. सबको अपने स्तर से कुछ राशि दी थी. उस समय भी नीतीश कुमार ने एतराज किया था जब उन्होंने मुआवजे की बात की थी.
संजय जायसवाल ने कहा कि इसके बाद उन्होंने 14 जनवरी को वह पोस्ट लिखा था कि वाकई बिहार में शराबबंदी करनी है तो जो दस साल की सजा है वह पुलिस पर होनी चाहिए. जब तक पुलिस पर 10 साल की सजा नहीं होगी तब तक शराब नहीं रुकेगी. नीतीश कुमार उस समय भी गलत थे. आज भी उन्हें मैं गलत कहता हूं. हर हालत में इन गरीबों को नीतीश कुमार को मुआवजा देना चाहिए. यह सब पुलिस के साथ मिलकर धंधा हो रहा है. पुलिस पर हत्या का मुकदमा क्यों नहीं चल रहा है?
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