RCP सिंह ने गांव में पढ़कर पास कर ली थी UPSC की परीक्षा, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बताया आज स्थिति क्यों खराब, निशाने पर नीतीश
Bihar Politics: पूर्व केंद्रीय मंत्री इन दिनों बिहार के मुख्यमंत्री को निशाने पर ले रहे हैं. गुरुवार को ट्वीट किया. शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पूछा कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है.
पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) लगातार सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर हमलावर हैं. गुरुवार को आरसीपी सिंह ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए. इसके पहले भी कई बार आरसीपी सिंह ट्वीट कर सीएम पर हमला कर चुके हैं. गुरुवार को एक फिर निशाने पर लेते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि 33 वर्षों में बिहार पर या तो लालू के परिवार ने या आपने (नीतीश) ही शासन किया है. आपने कभी सोचा कि कैसे बिहार शिक्षा के क्षेत्र में इतना पिछड़ गया? आज बिहार की शिक्षा व्यवस्था बिलकुल ध्वस्त हो चुकी है.
आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार ज्ञान की भूमि रही है. नालंदा विश्वविद्यालय, उदंतपुरी विश्वविद्यालय (बिहार शरीफ), विक्रमशिला विश्वविद्यालय जैसी विश्व विख्यात संस्थाएं बिहार में ही थीं. आज बिहार में एक भी शैक्षणिक स्थान की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर नहीं है. सरकारी विद्यालयों में प्राथमिक, माध्यमिक एवं इंटर तक की शिक्षा का कोई स्तर ही नहीं रहा है. उच्च शिक्षा की स्थिति तो और भी बदतर है. शिक्षकों को अध्यापन को छोड़कर अन्य कार्यों में व्यस्त रखा जाता है. कभी जनगणना, कभी पशु गणना, कभी जातीय गणना, कभी चुनाव संबंधित कार्य, कभी शराबबंदी तो कभी कुछ. जबकि शिक्षकों का पहला धर्म एवं कर्तव्य विद्यार्थियों को ज्ञानार्जन कराना है. आप उनसे कौन-कौन सा काम करा रहे हैं?
शिक्षा के स्तर को आरसीपी सिंह ने समझाया
शिक्षा व्यवस्था पर सीएम नीतीश कुमार को घेरते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि हम लोग जब विद्यार्थी थे (1960-80) तो बिहार में शिक्षा की ऐसी स्थिति नहीं थी. आरसीपी सिंह ने कहा कि उन्होंने और उनके जैसे हजारों साथियों ने अपनी प्राथमिक, माध्यमिक एवं हाई स्कूल तक की शिक्षा गांव के स्कूल में प्राप्त की थी. उस समय विद्यालयों में भवन एवं अन्य सुविधाओं का अभाव था लेकिन शिक्षकों में अध्यापन के प्रति इतनी लगन थी कि उस समय शिक्षा का स्तर उच्च कोटि का था. कहा कि उन्होंने गांव के विद्यालयों में पढ़कर ही उन्होंने और उनके जैसे कई साथियों ने यूपीएससी की परीक्षा पास की थी. वो भी बिना ट्यूशन और कोचिंग के! नीतीश का नाम लेते हुए कहा कि समझिए बिहार में उस समय शिक्षा का क्या स्तर था.
आरसीपी सिंह ने कहा कि आप (नीतीश) भी अपना खुद का उदाहरण देखिए. अपने गांव में पढ़ाई नहीं की लेकिन कस्बे के विद्यालय (बख्तियारपुर) में पढ़कर आप इंजीनियर बन गए. मैं अपने गांव में आज देखता हूं कि बच्चों ने सरकारी विद्यालयों में दाखिला करा रखा है परंतु अपनी पढ़ाई, ट्यूशन या कोचिंग के माध्यम से ही कर रहे हैं. आप तो भाषण देंगे कि शिक्षा का बजट इस वर्ष 40 हजार करोड़ से भी ज्यादा का है. आप बच्चे को पोशाक, पुस्तकें, साइकिल का पैसा देते हैं परंतु कोचिंग और ट्यूशन का पैसा तो उनके अभिभावक ही देते हैं.
आरसीपी सिंह ने सवाल पूछते हुए ट्विटर पर लिखा- "क्या आप कुर्सी की ही चिंता में डूबे रहिएगा मुख्यमंत्री महोदय? बच्चों की शिक्षा बदहाल! आप और आपके मंत्री खुशहाल! कुर्सीवाद जिंदाबाद! कुर्सीवाद जिंदाबाद!"
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