Bihar Politics: घटना को याद कर RCP बोले- उस दिन नीतीश कुमार का 'खौफनाक चेहरा' आया सामने, CM किसी के नहीं हुए
RCP Singh Statement: पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह इन दिनों नीतीश सरकार पर हमलावर हैं. वहीं. नालंदा में शनिवार को उन्होंने सीएम नीतीश को आड़े हाथों लिया.
नालंदा: पटना में बीते दिन हुए बीजेपी (BJP) नेता और कार्यकर्ता पर लाठीचार्ज के विरोध में शनिवार को पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बिहार शरीफ में धरना प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) किसी के नहीं हुए हैं. नीतीश कुमार का बहुत चेहरा सामने आया था, लेकिन जो 13 जुलाई को जो नीतीश कुमार का चेहरा सामने आया वो बहुत खौफनाक था. शांतिपूर्ण जुलूस पर जिस प्रकार से लाठीचार्ज की गई वह गलत था.
आरसीपी सिंह ने पुलिस मैनुअल पर कही बात
आरसीपी सिंह ने बताया कि वह खुद मजिस्ट्रेट रह चुके हैं. पूरे देश और बिहार में जो पुलिस मैनुअल है, बिहार में भी उसमे स्पष्ट है कि आप लाठीचार्ज करते हैं तो लाठी कभी भी शरीर के ऊपर से नहीं चलेगा लाठी हमेशा नीचे से चलाई जाती है. कभी भी सिर और जहां हड्डी है वहां लाठी नहीं चलाई जाती है, लेकिन पटना में क्या हुआ? किस प्रकार से लाठियां बरसाई गई, आखिर ये लाठी बरसाई क्यों गई.
'यह तो एक तरफा कार्रवाई हुई है'
जान लीजिए और इसके पीछे की क्या मंशा थी. बिहार सरकार यदि कहती है कि वह मजमा नाजायज था तब हमने लाठी चार्ज की है. आरसीपी सिंह ने पूछा कि एक भी वीडियो क्लिप है जिसमें कोई हिंसा करते दिख रहा हो, कहीं आगजनी कर रहे हो, कहीं सरकारी संपत्ति का नुकसान कर रहे हो, ऐसा कुछ नही है. यह तो एक तरफा हुआ है. यह साफ दिखता है की नीतीश कुमार महागठबंधन के जो साथी हैं उनके सामने सरेंडर कर गए हैं और जो पूरी के पूरी कमान अपने उप मुख्यमंत्री को सौंप दिए हैं.
नीतीश कुमार का समय समाप्त हो गया है- आरसीपी सिंह
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बीजेपी पर हुई लाठीचार्ज पर एक बार भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुंह नहीं खोला है. साथी विजय सिंह की हत्या हुई, उनको संवेदना भी नहीं दिए, आखिर वो कौन थे? बिहार के रहने वाले थे, आप तो बोल नहीं रहे हैं और तेजस्वी यादव बोल रहे हैं. वहीं, आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार को बीते बात को याद दिलाई, आरसीपी सिंह ने कहा कि जो साथी की हत्या हुई है वह 2019 में लोकसभा के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार थे उनके लिए प्रचार किया था. कहा जाए तो नीतीश कुमार किसी का नहीं है. किसी का साथ नहीं दे रहे हैं. इनका समय समाप्त हो गया है.
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