RCP Singh News: पूर्व केंद्रीय मंत्री और 'आसा' नाम से पार्टी बनाने वाले आरसीपी सिंह ने जेडीयू के दो नेताओं को एक टास्क दे दिया है. मंगलवार (10 दिसंबर) को तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से उपचुनाव का नतीजा आने के बाद आरसीपी सिंह ने सवाल उठाए हैं कि आखिर क्यों नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू के प्रत्याशी की यहां हार हो गई? आरसीपी सिंह ने इसको लेकर जेडीयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर (Devesh Chandra Thakur) और ललन सिंह (Lalan Singh) को निशाने पर लिया है.


आरसीपी सिंह ने एक्स पर किया पोस्ट


आरसीपी सिंह ने मंगलवार को उपचुनाव के नतीजे आने के बाद एक्स पर लिखा, "तिरहुत स्नातक क्षेत्र में कमाल! इसे कहते हैं परिवर्तन. आखिर वंशीधर ब्रजवासी ने ठाकुर की सीट पर कब्जा कर ही लिया. वंशीधर जी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं. अब देवेश जी और ललन बाबू, आप दोनों पता करिए कि आपके उम्मीदवार को किस किसने वोट नहीं दिया. बयान मत दीजिएगा, लेकिन पता जरूर कर लीजिए."


इस चुनाव के नतीजों से सरकार पर बहुत ज्यादा असर नहीं


बता दें कि ऐसे तो विधान परिषद के स्नातक, शिक्षक या स्थानीय क्षेत्र प्राधिकार के परिणाम से सरकार पर सीधा असर नहीं पड़ता है. हालांकि फिर भी इससे बहुत कुछ पता चलता है. तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में सत्तारूढ़ और विपक्ष-दोनों गठबंधन के उम्मीदवार थे, लेकिन जीत निर्दलीय की हुई. सोमवार (09 दिसंबर) को वोटों की गिनती शुरू हुई और मंगलवार (10 दिसंबर) की शाम में फाइनल नतीजा आया. 






अंतिम राउंड में जन सुराज के उम्मीदवार डॉ. विनायक गौतम एलिमिनेट हुए. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी को 27,774 वोट मिले. वंशीधर ब्रजवासी की जीत के बाद लगातार उन्हें बधाई मिल रही है. विधान परिषद के तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र पर बीते चार चुनावों से जेडीयू का कब्जा था, लेकिन नतीजा आने के बाद पता चला कि इस पार्टी के प्रत्याशी अभिषेक झा को दूसरा या तीसरा नहीं बल्कि चौथा स्थान मिला है.


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