पटनाः एलजेपी से पांच सांसदों की चिराग पासवान से दूरी बनाए जाने के बाद बिहार में राजनीति सरगर्मी बढ़ गई है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि एक कहावत है जो बोइएगा वही काटिएगा. उन्होंने इस कहावत के जरिए चिराग पासवान पर निशान साधा. कहा कि रामविलास पासवान ने पार्टी की स्थापना की थी और उनका एनडीए के साथ बेहतर समन्वय था. उन्होंने 40 में से 39 सीटों को जीतकर दिखाया था.
‘बिना मेहनत के बड़ा पद मिल जाए तो यही होगा’
आरसीपी सिंह ने कहा कि 2020 में हुए बिहार विधानसभा के चुनाव के समय एलजेपी का नेतृत्व किसके हाथों में था वह देख लीजिए और उसका परिणाम क्या आया आज वह सबके सामने है. इसलिए कहा जाता है कि अगर आपके मन में गलत हौ तो उसका तो परिणाम तो आएगा ही. कहा कि अगर बिना मेहनत के किसी को बहुत बड़ा पद मिल जाए तो क्या होगा.
‘सीनियर और सहयोगियों को देना पड़ेगा सम्मान’
उन्होंने इशारों-इशारों में चिराग पासवान को लेकर कहा कि पद प्राप्त करना और उसे पचाना दोनों में बहुत अंतर है. यह स्वभाविक है कि अगर आप किसी पद पर हैं और अपने व्यवहार से आपके जो सहयोगी हैं या सीनियर हैं उनको सम्मान नहीं दीजिएगा तो क्या होगा. यही कारण है कि छह में पांच सांसदों ने दूरी बना ली.
आरसीपी सिंह ने चिराग पासवान का नाम लिए बिना कहा कि उन्होंने जिस तरह से बिहार विधानसभा चुनाव में नीति अपनाई उससे वे लोग नाराज हैं. इसलिए पहले ही कहा कि जिस तरह का बोइएगा वही काटना होगा. उन्होंने कहा कि हमलोग राजनीति करते हैं और लंबी राजनीति का हमेशा एजेंडा होता है. अपनी विचारधारा होती है. यदि सबेरे शाम बदलने वाली सोच रखेंगे तो स्वभाविक है कि आप लंबी राजनीति नहीं कर सकते हैं.
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