Bihar: बख्तियारपुर में जाति गणना कराने पर CM नीतीश पर बिफरे RCP, लोहिया के विचारों को याद दिलाकर बहुत कुछ सुनाया
Nitish Kumar News: जातिगत जनगणना कराने आज सीएम नीतीश कुमार बख्तियारपुर पहुंचे हुए थे. इसको लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया.
पटना: सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जातिगत जनगणना (Caste Census) के लिए अपने पैतृक गांव बख्तियारपुर आज हुए थे. इसको लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 'बख्तियारपुर पहुंचकर आपने अपनी जाति सार्वजनिक की. कैसा लगा नीतीश बाबू अपनी जाति के बारे में अपने मुख से बखान करने में? जरा सोचिए डॉ. लोहिया को कैसा लगा होगा? आप भूल गए कि डॉ. लोहिया जाति तोड़ो अभियान चलाते थे. खैर, लोहिया के विचारों से अब आपको क्या लेना देना? उनके विचारों और सिद्धांतों को तो आप पहले ही दफना चुके हैं.'
'आपको युवा-युवतियों के भविष्य से क्या लेना देना?'
आरसीपी सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि 'मुझे अच्छा लगता नीतीश बाबू अगर आप अपनी जन्मस्थली बख्तियारपुर से बिहार के युवा युवतियों को रोजगार देने के लिए कार्यक्रम की शुरुआत करते. खैर आपको युवा-युवतियों के भविष्य से क्या लेना देना? नीतीश कुमार कैसे आपकी कुर्सी सुरक्षित रहे यही आपका एकमात्र लक्ष्य है'.
शराबबंदी पर साधा निशाना
आरसीपी सिंह ने कहा कि 'बताया जा रहा है कि जहरीली शराब के सेवन से कई लोगों की मौत हो चुकी है. नीतीश बाबू इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है? जब से बिहार में शराबबंदी की नीति आपने लागू की तब से जहरीली शराब पीने से कितने लोगों की मौतें हुई, इससे आपको क्या लेना देना? आप तो इतने संवेदनहीन हो गए हैं कि कुछ दिनों पूर्व आपने बयान दिया था कि जो पियेगा वो मरेगा. नीतीश बाबू पानी पीने से मौतें नहीं हुईं हैं. मौतें शराब पीने से हुई हैं. आप तो सहमत नहीं होंगे लेकिन बिहार के सभी लोग इस बात को समझते हैं कि शराबबंदी की आपकी नीति पूर्ण रूप से विफल रही है.'
ग्रामीण अदालतों के चक्कर काट रहे हैं- पूर्व केंद्रीय मंत्री
आगे ट्वीट में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लिखा कि 'ये जगजाहिर है कि अवैध शराब का कारोबार पूरे बिहार में तेजी से फल-फूल है. अवैध शराब की उत्पादन एवं बिक्री पर आप रोक लगाने में नाकाम रहे हैं. बिहार की अदालतों में सबसे ज्यादा मुकदमे भूमि विवाद और शराब के मामले हैं. ग्रामीण इलाकों के कमजोर तबके के लोग अदालतों के चक्कर काट रहे हैं. नीतीश बाबू ,आपने कभी सोचा कि अदालतों के चक्कर काटने में गरीब लोगों को कितनी परेशानियों को झेलना पड़ता है और उनके ऊपर किस प्रकार का आर्थिक बोझ आ जाता है.'
'बीस हजार करोड़ से ज्यादा की हो रही है नुकसान'
आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश को राजस्व का जो नुकसान हो रहा है उसकी तो आपको चिंता ही नहीं है, ऐसा अनुमान है कि अगर शराबबंदी अभी लागू नहीं रहती तो आबकारी से बीस हजार करोड़ से ज्यादा की आय प्रति वर्ष बिहार सरकार को होती. बिहार जैसे आर्थिक रूप से कमजोर प्रदेश को कितना बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है. आपको इससे क्या लेना देना? शराब का अवैध कारोबारी मालामाल है, जनता का हाल बेहाल है.'
'शराबबंदी से गरीब त्रस्त हैं और आप मस्त हैं'
आगे अंत में आरसीपी सिंह ने लिखा- 'शराबबंदी से गरीब त्रस्त हैं और आप मस्त हैं! जातिवाद जिंदाबाद! जातिवाद जिंदाबाद! शराबबंदी जिंदाबाद! शराबबंदी जिंदाबाद! कुर्सीवाद जिंदाबाद!कुर्सीवाद जिंदाबाद!'.