पटना: बिहार में कोरोना के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं. पर्याप्त संख्या में जांच नहीं होने की वजह से परेशानी काफी बढ़ गई है. इन सब के बीच बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में कोरोना जांच के नाम पर अवैध वसूली का मामला सामने आया है. अस्पताल में कोरोना जांच के नाम कर अवैध वसूली की जा रही है. कोई फिक्स रेट नहीं है, जिस हिसाब के मरीज उस हिसाब का पैसा ऐंठा जा रहा है.
दरअसल, पिछले दिनों एक पेशेंट इलाज के लिए अस्पताल गया था, लेकिन वहां इलाज से पहले कोरोना टेस्ट रिपोर्ट मांगी गई. जब उसने कोरोना टेस्ट कराना चाहा तो उसे अस्पताल में किसी ने यूसुफ नाम के लड़के का नंबर दिया. जब जांच के संबंध में पेशेंट ने यूसुफ को कॉल किया तो उसने जांच के नाम और 1000 रुपये देने की बात कही, वहीं अगले दिन अस्पताल परिसर में जा कर जांच के एवज में पेशेंट से 1000 रुपये लिये. अब इस पूरे प्रकरण का ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
इधर, वीडियो और ऑडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों के बीच हड़कंप मच हुआ है. अस्पताल के अंदर कोरोना जांच के नाम पर की जा रही वसूली का पर्दाफाश होने के बाद सबके होश उड़ गए हैं, इस मामले में कोई भी कुछ भी कहने से बच रहा हैं. इस संबंध में जब पीएमसीएच के सुपरिंटेंडेंट डॉ. विमल कारक से कॉल कर बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. बार-बार कॉल करने के बावजूद उन्होंने कोई रिस्पॉन्स देना जरूरी नहीं समझा.
इधर, पीड़ित मरीज का कहना है, " सरकार के आदेश के बावजूद बिहार के सबसे अस्पताल में कोरोना जांच के नाम पर अवैध वसूली करना गलत है. मैंने तो 1000 रुपये दिए हैं, लेकिन बाकी लोगों से 2000, 2500, 3000 और उससे भी ज्यादा रुपए वसूले जा रहे हैं. ऐसे में मेरी सरकार से अपील है कि वो मामले में संज्ञान लें और दोषियों पर कार्रवाई करें."