पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सूबे की दो बड़ी पार्टी आरजेडी और जेडीयू के बीच दलित नेताओं को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है. दोनों पार्टी खुद को दलित नेताओं का मसीहा बताते हुए एक-दूसरे की जमकर फजीहत कर रहे हैं. गुरुवार को आरजेडी ने दलित नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी, जिसमें दलित नेताओं ने सीएम नीतीश और जेडीयू पर जमकर निशाना साधा था.


अब आरजेडी की पीसी के जवाब में जेडीयू में भी शनिवार 22 अगस्त को पार्टी प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार के कैबिनेट के चार दलित मंत्री अशोक चौधरी, महेश्वर हजारी, रमेश ऋषिदेव और संतोष निराला शामिल होंगे. इनके अलावा हाल ही आरजेडी छोड़ जेडीयू में शामिल हुई प्रेमा चौधरी भी पीसी में मौजूद रहेंगी. माना जा रहा है कि पीसी में जेडीयू नेता आरजेडी के दलित नेताओं के उन आरोपों का जवाब देंगे, जिसमें सीएम नीतीश कुमार को दलित विरोधी बताया गया है.


मालूम हो कि गुरुवार को आरजेडी प्रदेश कार्यालय में आरजेडी के दलित विधायकों का प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया गया था, जिसमें श्याम रजक, उदय नारायण चौधरी, रमई राम समेत अन्य नेता शामिल हुए. पीसी के दौरान सभी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दलित विरोधी होने के का आरोप लगाया था. खासकर हाल ही में जेडीयू छोड़ आरजेडी में शामिल हुए श्याम ने रजक ने नीतीश कुमार और उनकी कार्यशैली पर कई आरोप लगाए थे.