पटना: कृषि कानून के विरोध और किसानों के समर्थन में आरजेडी 30 जनवरी को पूरे प्रदेश में मानव श्रृंखला बनाने वाली है. आरजेडी द्वारा प्रस्तावित इस कार्यक्रम में विपक्ष की अन्य पार्टियां भी हिस्सा लेंगी और केंद्र द्वारा पारित तीनों कृषि कानून का विरोध करेंगी. वहीं, आरजेडी ने राज्य भर के किसान और बेरोजगारों से उनके इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है.


कार्टून के जरिए साधा निशाना


इधर, शहीद दिवस पर प्रस्तावित कार्यक्रम से पहले आरजेडी ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है. युवा आरजेडी के प्रदेश महासचिव ऋषि यादव की ओर से आरजेडी प्रदेश कार्यालय के बाहर पोस्टर लगाया गया है, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुकेश अंबानी और गौतम अदानी का कार्टून बनाकर कृषि कानून पर निशाना साधा गया है. वहीं, सरकार पर अंबानी-अडानी से प्रभावित होकर किसानों की मांग को ठुकराने का आरोप लगाया है.



केंद्र सरकार पर लगाया ये आरोप


पार्टी कार्यालय के बाहर लगाए गए पोस्टर में दिखाया गया है कि मुकेश अंबानी पीएम मोदी से यह कह रहे हैं कि किसी भी हालत में कृषि बिल वापस नहीं होनी चाहिए. चाहे इसके लिए किसानों को खालिस्तानी और देशद्रोही साबित करना पड़े तो करो. दूसरी ओर अडानी दिख रहे हैं, जो गृह मंत्री से ये कह रहे हैं कि इस कृषि बिल के कारण मेरा भी अरबों रुपये दाव पर लगे हैं. वहीं, पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को उन दोनों की बात मानते हुए दिखाया गया है.


इधर, पोस्टर में तेजस्वी को किसानों के समर्थन और सरकार का विरोध करते हुए दिखाया गया है. नेता प्रतिपक्ष ये कहते दिख रहे हैं, " हल चलाए तुने, तुने फसल उगाई. कैसे कोई ले जाएगा, ये है तेरी कमाई." हालांकि, आरजेडी के इस पोस्टर पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बिहार बीजेपी के प्रवक्ता रामसागर सिंह ने कहा कि भारत बंद की तरह ही आरजेडी की मानव श्रृंखला फ्लॉप साबित होगी.


सरकार ने किसान का विकास किया है


उन्होंने कहा कि किसान कानून किसानों के हित में है. आरजेडी केवल अपनी राजनीतिक खेती करना चाहती है. 26 जनवरी की घटना ने साबित कर दिया है कि किसान आंदोलन में किस संगठन के लोग शामिल हैं. बात रही अंबानी-अडानी की तो उन्होंने किसके राज में विकास किया ये सबको पता है. एनडीए की सरकार ने केवल किसान का विकास किया है.