पटना: नए संसद भवन का आज उद्घाटन हो गया है. इसका उद्घाटन देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराए जाने की मांग को लेकर देश की 21 विपक्षी पार्टियों ने इस उद्धाटन समारोह के बहिष्कार का फैसला किया और इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. इसमें बिहार की सत्ता पर काबिज आरजेडी और जेडीयू भी शामिल हैं. नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद लालू यादव की पार्टी आरजेडी का नए संसद भवन को लेकर विवादित ट्वीट सामने आया है. इसके जरिये पार्टी ने नए संसद भवन पर तंज कसा है.
आरजेडी ने ट्वीट कर नए संसद भवन की तुलना ताबूत से कर दी है. आरजेडी ने ताबूत के साथ नए संसद भवन की एक फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया- ''ये क्या है?''. वहीं जेडीयू ने कहा कि कलंक का इतिहास लिखा जा रहा है. इस पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी ने कहा कि यह बेशर्मी की पराकाष्ठा है. बीजेपी ने आरजेडी सांसद से इस्तीफे की मांग की है.
आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने ट्वीट पर स्पष्टीकरण देते हुए कही ये बात
आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने ट्वीट पर स्पष्टीकरण देते हुए एबीपी न्यूज़ से कहा, ''हमने जो यह चिन्ह लगाया है वो इसलिए लगाया है कि राजनीति और लोकतंत्र का ताबूतीकरण नहीं करें. हमने शुरू से कहा है कि लोकतंत्र का मंदिर संवाद का है. संवादहीनता जिस तरह से देश में बढ़ा है.जिस तरह से अधिनायकवाद थोपने की कोशिश की जा रही है.संविघान का मजाक उड़ाया जा रहा है. हमने किसी मर्यादा और सीमा को लांघा नहीं है. लोकतंत्र के मंदिर के ताबूतीकरण पर सवाल लाजमी हैं. आज अगर प्रधानमंत्री के साथ राष्ट्रपति भी होतीं तो और अच्छे चित्र आते. लेकिन यह आत्ममुग्धता की दहलीज पर खड़े होकर जिस तरह का इवेंट किया जा रहा है और महिमा मंडन हो रहा है. यह किसी का इवेंट नहीं हो सकता है.''
बीजेपी नेता दुष्यंत गौतम ने कहा- क्या भारत पहले जीरो के अंदर बैठा था
वहीं RJD के विवादित ट्वीट पर बीजेपी नेता दुष्यंत गौतम ने कहा कि इनका काम केवल मोदी जी का विरोध करना है. क्या भारत पहले जीरो के अंदर बैठा था पहले संसद की आकृति तो जीरो की तरह ही थी. तो क्या भारत तब जीरो की तरह धरातल में जा रहा था.