बिहटा: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक है, लेकिन अंतिम समय में भी पार्टियों में भगदड़ मची हुई है. कई दलों में वर्तमान विधायकों के काम ना करने और उनकी मनमाने कार्यशैली से नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. ताजा मामला आरजेडी का गढ़ कहे जाने वाले मनेर विधानसभा का है, जहां से आरजेडी के कद्दावर नेता और कई क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके भाई वीरेंद्र को स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ता दो गुटों में बंट गए हैं.
पार्टी कार्यकर्ताओं ने कैंडिडेट बदलने की लगाई गुहार
इसी क्रम में रविवार को मनेर प्रखण्ड परिसर के पास हुए विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाई बिरेंद्र का खुलकर विरोध हुआ. सम्मेलन में जुटे हजारों कार्यकर्ताओं ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए स्थानीय विधायक की नींद उड़ा दी. सभी कार्यकताओं ने एक सुर में आरजेडी आलाकमान से वर्तमान विधायक भाई वीरेंद्र को टिकट नहीं देने और मनेर से पार्टी कैंडिडेट बदलने की मांग की.
भाई वीरेंद्र पर लगाए कई गंभीर आरोप
इस सम्मेलन में पटना जिला ग्रामीण आरजेडी जिला अध्यक्ष देवमुनि यादव और जिला महासचिव अशोक गोप ने कार्यकर्ताओं की नेतृत्व की. कार्यकर्ताओं का आरोप था कि आरजेडी विधायक ने न बूथ स्तर पर कोई काम नहीं किया और ना ही क्षेत्र में कोई विकास कार्य किया है. सिर्फ बयानबाजी करते हुए पूरे पांच वर्ष निकाल दिए. कार्यकर्ताओं भाई वीरेंद्र पर विधायक फण्ड में बड़े पैमाने पर कमीशनखोरी, कार्यकर्ताओं को अपमानित और उपेक्षित करने के साथ ही लॉकडाउन और कोरोना काल में क्षेत्र से गायब रहने जैसे कई गंभीर आरोप भी लगाए गए.
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