RJD Press Conference: पाटलिपुत्र उम्मीदवार राम कृपाल यादव पर हुए हमले के बाद बीजेपी ने आरजेडी पर कई आरोप लगाए हैं. अब आरजेडी ने बीजेपी नेता राम कृपाल यादव पर ही साजिश का आरोप लगाया है. इसे लेकर राष्ट्रीय जनता दल के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने रविवार (2 जून) को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान शक्ति सिंह यादव ने कहा कि मीडिया चैनल पर जो भी खबरें चल रही हैं, वह मिथ्या और मनगंढत हैं, बीजेपी के इशारे पर चलाई जा रही हैं. 


रामकृपाल यादव पर आरजेडी का आरोप


उन्होंने कहा कि पाटलिपुत्र से बीजेपी प्रत्याशी राम कृपाल यादव के जरिए अपने समर्थकों को बचाने के लिए इस तरह की बातें प्रचारित की जा रही हैं. जिस तरह से दलित समाज से आने वाली एवं महिला विधायक के साथ दुर्व्यवहार किया गया उस मामले से ध्यान भटकाने के लिए राजनीति कर रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि चुनाव के दिन मसौढ़ी विधायक रेखा देवी पासवान को अपमानित किया गया और उन्हें भद्दी-भद्दी गलियां और जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया.


चुनाव आयोग से अनुमति प्राप्त गाड़ी पर मसौढ़ी विधायक रेखा देवी पासवान को जब यह पता चला कि तिनेरी स्थित बुथ संख्या 178 पर बीजेपी समर्थकों के जरिए आरजेडी के पोलिंग एजेंट को भगा दिया गया और वहां पर दलित, शोषित, वंचित को वोट देने से रोका गया है, तो वो वहां पहुंची और उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया. जिस तरह से वीडियो वायरल हुआ, जिसमें स्पष्ट रूप से दिखता है कि विधायक का जाति सूचक शब्दों के साथ दुर्व्यवहार किया गया और उनके साथ वहां पर मुखिया और उनके समर्थकों ने मारपीट भी की. 


हमले की घटना को बढ़ा-चढ़ाकर राम कृपाल यादव इसलिए प्रस्तुत कर रहे हैं ,क्योंकि उनको पता चल गया कि वह चुनाव हार रहे हैं और अपनी हार और अपने समर्थकों को बचाने के लिए वह मनगढ़ंत बातें और मिथ्या बातों के सहारे अपने समर्थकों को बचाना चाहते हैं. सभी को पता है कि इस तरह का गलत व्यवहार और महिला को जातिसूचक शब्दों के साथ अपमानित करवाने में उनकी ही भूमिका रही है. 


वहीं विधायक रेखा देवी पासवान ने कहा कि कल जब वह पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के चुनाव में घूम रहीं थीं, तभी  उन्हें सूचना मिली कि तिनेरी बूथ संख्या 178 पर गरीब, दलित और महिलाओं को वोट देने से रोका जा रहा है. जब वहां पर पहुंची तो देखा कि हल्का गेट बंद करके बीजेपी के पक्ष में वोटिंग कराई जा रही है. वहां पर हमने जब इसका प्रतिकार किया और पूछा कि हमारे पोलिंग एजेंट कहां गए तो, हमें भद्दी भद्दी गालियां दीं गईं दुर्व्यवहार किया गया और वहां पर स्थानीय मुखिया और उनके समर्थकों का किस तरह का व्यवहार रहा यह उनके द्वारा ही वायरल वीडियो से समझा जा सकता है. 


क्या है आरजेडी महिला विधायक का कहना? 


रेखा देवी ने कहा कि इस संबंध में मसौढ़ी थाना में एफआईआर भी दर्ज करवाई है, लेकिन उन लोगों पर कार्रवाई करने की जगह आरजेडी समर्थक दलित समाज के लोगों के घरों पर पुलिस लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है. मठिया पर गांव के सभी लोग आतंकित हैं और उनको समझ में नहीं आ रहा है कि इस तरह से पुलिस अन्यायपूर्ण व्यवहार क्यों कर रही है, जबकि उनके साथ  मारपीट और उन्हें वोट डालने से वंचित किया गया. इस तरह का शासन प्रशासन का रवैया स्पष्ट करता है कि किस तरह से बिहार में शासन और प्रशासन दलित, शोषित वंचित के साथ दुर्व्यवहार कर रहा है.


रेखा देवी ने बताया कि हमारे साथ दिन के 12:30 बजे घटना हुई, जबकि उल्टे राम कृपाल यादव शाम में 7:00 बजे पहुंच कर अपने लोगों को बचाने के लिए मनगढ़ंत और अपने हिसाब से एफआईआर दर्ज करवाने का काम किया. जबकि उस समय उनके साथ कोई घटना दुर्घटना नहीं हुई, उनके ही बॉडीगार्ड ने वहां पर गोलीबारी की. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी का इस तरह का व्यवहार कहीं ना कहीं दलित समाज को अपमानित करने वाले अपने समर्थकों को बचाने का प्रयास है. पूरी सुनियोजित साजिश के तहत इस तरह का काम कर रहे हैं. इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए. 


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