पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे गए पत्र का गुरुवार को मंत्री विजेंद्र यादव ने जवाब दिया था. हालांकि, मुख्यमंत्री के बदले मंत्री द्वारा तेजस्वी के पत्र का जवाब दिया जाना आरजेडी को रास नहीं आया. इस बात को लेकर शुक्रवार को आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पत्र का जवाब देने की हिम्मत मुख्यमंत्री नहीं जुटा पाए.


मुख्यमंत्री के इशारे पर मंत्री ने दिया जवाब


मृत्युंजय तिवारी ने कहा, " तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था और जवाब मांगा था. लेकिन मुख्यमंत्री के इशारे पर बिहार सरकार के मंत्री विजेंद्र यादव ने पत्र का जवाब दिया है. वो कह रहे हैं कि दो करोड़ की राशि जो विधायक निधि की है, उसे निकाल करके कोरोना उन्मूलन में दिया गया है. ये सरकार का विशेषाधिकार है और सभी विधायक अब एक करोड़ रुपये की राशि ही अनुशंसा कर पाएंगे. यह विचित्र स्थिति है."


राशि का हो रहा है बंदरबांट 


उन्होंने कहा, " सरकार जिस विधायक के बल पर बनती है. उस विधायक से बिना कोई राय लिए राशि कोरोना उन्मूलन कोष में दिए जा रहे हैं और  इसका कहीं कुछ फायदा दिख नहीं रहा है. क्षेत्र की जनता को कोई लाभ नहीं मिल रहा. सरकार में राशि का बंदरबांट हो रहा है. जब अस्पतालों में दवाई नहीं है, बेड नहीं है, ऑक्सीजन नहीं है, वेंटीलेटर है पर ऑपरेटर नहीं है, एंबुलेंस नहीं है तो फिर राशि कहां खर्च हो रही है?


आरजेडी प्रवक्ता ने कहा, " सभी दलों के विधायकों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि कोरोना उन्मूलन के नाम पर सरकार ज्यादती कर रही है. सरकार ने बिना किसी से राय मशविरा किए दो करोड़ रुपये की राशि ले ली. ऐसे में अगर हिम्मत है तो तेजस्वी यादव के पत्र का जवाब आप (नीतीश कुमार) दीजिए."


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