RJD ने स्वीकार किया- राष्ट्रपति चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग, BJP बोली- अंतरात्मा की आवाज सुनने के लिए धन्यवाद
Cross Voting in Presidential Election 2022: आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि किसने किस तरह से वोटिंग की है यह जानकारी ली जाएगी. पहचान तो हो जाती है.
पटनाः राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) का परिणाम आने के बाद आरजेडी (RJD) ने भी स्वीकार कर लिया है कि क्रॉस वोटिंग हुई है. क्रॉस वोटिंग को लेकर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) ने शुक्रवार को एबीपी न्यूज से कहा कि जो वोटिंग विपक्ष की ओर से होनी चाहिए थी और विपक्ष के वोट की जो गिनती हुई है उसमें कमी देखी गई है. अब इसमें किसने किस तरह से वोटिंग की है यह तो जानकारी ली जाएगी. पहचान तो हो ही जाती है. हम लोग इसको देखेंगे.
दरअसल, रिजल्ट आने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (BJP Sanjay Jaiswal) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि आरजेडी के आठ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है और द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है. संजय जायसवाल ने लिखा- "राष्ट्रीय जनता दल के उन सभी 8 विधायकों को बहुत-बहुत आभार जिन्होंने यशवंत सिन्हा जी के आह्वान पर अपनी अंतरात्मा के कहने पर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है." इसी को लेकर जगदानंद सिंह अपनी बात कह रहे थे.
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जगदानंद सिंह ने बीजेपी पर किया हमला
इधर, जगदानंद सिंह ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बुद्धि और कौशल के मामले में हमारे जिला के अध्यक्षों के बराबर बीजेपी के राज्य के अध्यक्ष हैं. उन्होंने दावा किया कि आरजेडी का एक भी विधायक सामाजिक न्याय की लकीर से नहीं हटता है जो आरजेडी का सिद्धांत है.
क्रॉस वोटिंग के आकलन पर जगदानंद सिंह ने कहा कि पक्ष और विपक्ष कम से कम एक बिंदु पर कभी-कभी एक स्थान पर पहुंचता है. राष्ट्र का लोकतंत्र, राष्ट्र का समाजवाद, राष्ट्रीय धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रीय एकता के लिए सभी लोगों का समर्पण है. अब राष्ट्रपति राष्ट्र के 130 करोड़ जनता का प्रतीक होता है. वहां पक्ष और विपक्ष नहीं होता है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी तानाशाही की तरफ बढ़ रही है.
जगदानंद ने कहा कि अपनी ताकत के बल पर राष्ट्र के बड़े-बड़े ओहदों को भी विवादास्पद बना रही है. विपक्ष ने तो कहा था कि चर्चा कर लेते, बात कर लेते कौन उम्मीदवार होगा. सटीक उम्मीदवार के लिए एकमत कराना सत्ता पक्ष का काम था और सत्ता पक्ष इस काम में विफल रहा क्योंकि उसे लोकतंत्र पर तो विश्वास ही नहीं है. कानून को बुलडोजर से तय करते हैं.
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