पटना: बिहार के विद्यालय में कक्षा के समय सारणी को लेकर शिक्षा विभाग के एसीएएस केके पाठक (KK Pathak) के आदेश पर सदन में छिड़ा संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज भी (23 फरवरी) सदन में इस मुद्दे पर सत्ताधारी दल और विपक्ष आमने-सामने दिखे. आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र (Bhai Virendra) ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के अधिकारी अगर उनका आदेश नहीं सुनते हैं तो मुख्यमंत्री को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. इस्तीफा दे दे देना चाहिए. वहीं, इस पर जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने कहा कि शिक्षा विभाग ने भोजपुर जिले को लेकर जो पत्र जारी किया है वह गलत है. शिक्षकों के साथ अन्याय नहीं होगा. ऐसी अगर गलती हुई है तो विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई होगी.
'केके पाठक को उस आदेश को मानना पड़ेगा'
नीरज कुमार ने कहा कि विधायिका सर्वोपरि होता है जब सदन में माननीय नेता ने बात कह दी वही आदेश होता है और केके पाठक को उस आदेश को मानना पड़ेगा. बता दें कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को लेकर सदन में संग्राम जारी है. मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद भी शिक्षा विभाग ने समय सारणी को लेकर पत्र नहीं निकला है. मुख्यमंत्री का आदेश मानते हुए शिक्षक गुरुवार को विद्यालय 9:45 तक पहुंचे. इसके बावजूद शिक्षा विभाग ने उन शिक्षकों पर कार्रवाई करते हुए एक दिन का वेतन काट दिया है.
तेजस्वी की यात्रा पर शुरू हुई राजनीति
वहीं, तेजस्वी की यात्रा पर आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि जो लोग तेजस्वी यादव की यात्रा पर सवाल उठा रहे हैं उन्हें यह देखना चाहिए कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेशन के दौरान विदेश यात्रा पर रहते हैं. पहले उनको इस बात का जवाब देना चाहिए. दरअसल, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सदन में तेजस्वी यादव की अनुपस्थिति पर कहा था कि बजट सत्र काफी महत्वपूर्ण होता है और इस दौरान अगर तेजस्वी यादव उपस्थित नहीं रहते हैं तो बेहतर होगा उन्हें इस्तीफा देना चाहिए.
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