पटना: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) को लेकर सभी पार्टियों ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. इसको लेकर पार्टी की सभी इकाई सक्रिय हो गई है. गुरुवार (4 मई) को आरजेडी (RJD) के प्रदेश कार्यालय में महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रितु जायसवाल (Ritu Jaiswal) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि महिला आयोग का गठन बिहार में जल्द से जल्द की जाएगी. वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह (Kanti Singh) ने बिहार में लोकसभा के सीटों में आबादी के हिसाब से टिकट की मांग कर दी. इससे कहीं न कहीं संकेत मिल रहा है कि महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर पेंच फंस सकता है.


चुनाव में वक्त लेकिन शुरू हो गई है तैयारी


पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह ने मांग की है कि लोकसभा चुनाव के अंदर आबादी के अनुसार यानी 50 फीसद सीटों पर महिलाओं को टिकट मिलना चाहिए. कांति सिंह की मानें तो बिहार से लोकसभा की 40 सीटों में से 20 सीटों पर महागठबंधन में महिला उम्मीदवार होने चाहिए. कांति सिंह की इस मांग से महागठबंधन में टेंशन बढ़ सकती है. हालांकि लोकसभा चुनाव में अभी वक्त है लेकिन इस तरह के बयान अब आने शुरू हो गए हैं. ऐसे में सियासी गलियारों में भी इसको लेकर धीरे-धीरे पारा बढ़ने लगेगा.


हम अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे: कांति सिंह


सवाल पर कि वह कितना सीट चाहती हैं? इस पर कांति सिंह ने कहा कि 2015 में जितनी महिलाओं को टिकट मिला था सभी विधायक बन गईं. इस बार थोड़ी सी कमी रह गई थी, लेकिन हार जीत तो लगी रहती है. इस बार लोकसभा की सीटों की मांग के सवाल पर कांति सिंह ने कहा कि महिलाओं को नौकरियों में तो 50 प्रतिशत तक आरक्षण मिला है. 33 प्रतिशत आरक्षण पंचायत में पहले मिला था अब तो 50 मिल गया है. हमारी आबादी जिस तरह की होगी उस तरह हम अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे. चाहे पार्टी के अंदर हो या बाहर हम अपनी बात को रखेंगे.


यह भी पढ़ें- Caste Census in Bihar: हाई कोर्ट से नीतीश सरकार को बड़ा झटका! पटना HC ने जातीय जनगणना पर लगाई अंतरिम रोक