Hindenburg Report: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के दावे पर पूरे देश में बवाल मच हुआ है. इसको लेकर विपक्ष सरकार को घेर रहा है. आरजेडी से राज्यसभा सांसद मनोज झा ने रविवार को कहा कि हमारे सिस्टम में धांधली हो रही है, कैसे हमारी आर्थिक व्यवस्था पर कब्जा कर लिया गया है, जहां इस स्तर का भ्रष्टाचार है और उसे छिपाने की कोशिश की जाती है. आप किसी भी गलत काम के लिए सेबी के पास शिकायत दर्ज कराते हैं, जबकि सेबी खुद ही पाक-साफ नहीं है.
आगे उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज लोग हमारे तिरंगा को लेकर बयान देंगे. इससे बाज आएं. खामियों को छिपाने की कोशिश करने के बजाय उन्हें स्वीकार करना चाहिए.
हिंडनबर्ग रिसर्च के दावे पर मचा है बवाल
बता दें कि अमेरिकी शोध और निवेश कंपंनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच और उनके पति पर अदाणी से जुड़े विदेशी कोष में हिस्सेदारी होने का आरोप लगाया है. हिंडनबर्ग ने शनिवार देर रात जारी अपनी नई रिपोर्ट में कहा कि सेबी चेयरपर्सन बुच और उनके पति धबल बुच के पास उस विदेशी कोष में हिस्सेदारी है, जिसका उपयोग अदाणी समूह में कथित धन की हेराफेरी को लेकर इस्तेमाल किया गया.
सेबी की चेयरपर्सन का आया बयान
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा उन पर लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह 'चरित्र हनन करने का प्रयास' है, क्योंकि सेबी ने पिछले महीने नेट एंडरसन के नेतृत्व वाली कंपनी को नियमों का उल्लंघन करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था. बुच दंपत्ति ने साझा बयान में कहा है कि '10 अगस्त की हिंडनबर्ग रिपोर्ट में उनके खिलाफ जो भी आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह से तथ्यहीन हैं और हम उन्हें सिरे से खारिज करते हैं.'
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