RJD On Death of Bihar workers: जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में बिहार के तीन मजदूरों की मौत हो गई है. इसके लिए आरजेडी ने बिहार सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.  आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सोमवार को अपने एक बयान में कहा कि बिहार में अगर मजदूरों को रोजगार दिया जाएगा, तो उनको दूसरे राज्यों में जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी. ना ही आतंकी हमले में मारे जाएंगे. यहां रोजगार नहीं दिया जाता. महागठबंधन सरकार में 17 महीने में तेजस्वी यादव ने 5 लाख रोजगार दिया था.


प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने क्या कहा?


आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीते कुछ समय से कश्मीर में लगातार बिहारी मजदूरों को टारगेट किया जा रहा है. आगे कहा कि लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं. केंद्र सरकार की नाकामी साफ तौर पर नजर आ रही है. पीएम मोदी 56 इंच के सीने की बात कर रहे थे. 56 इंच का सीना कहा गया? करारा जवाब मिलना चाहिए. 


झारखंड विधानसभा चुनाव पर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि झारखंड में आरजेडी का अपना जनाधार है. कई सीटों पर हम लोग मजबूत स्थिति में हैं. हमें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उचित सम्मान के साथ ही समझौता होगा. झारखंड में हमलोगों को कितनी सीटें चाहिए. यह संदेश दे दिया गया है. अल्टीमेटम दे दिया गया है. झारखंड में हमारी ताकत है. अपने नेताओं कार्यकर्ताओं की भावनाओं को भी हमें देखना है. 


झारखंड में बिखर भी सकता है महागठबंधन 


बता दें झारखंड में महागठबंधन बिखर भी सकता है. आरजेडी ने जेएमएम और कांग्रेस को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. हेमंत सोरेन के जरिए घोषित सीट बंटवारे के फार्मूले से आरजेडी खुश नहीं है. 12 सीटें मिलने पर ही कांग्रेस और झामुमों के साथ आरजेडी चुनाव लड़ेगी. इतनी सीटें नहीं मिलने पर पार्टी 20-22 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ सकती है. ऐसे में महागठबंधन का खेल खराब हो सकता है. आरजेडी का अपना जनाधार है. महागठबंधन में बात नहीं बनने पर सोमवार को आरजेडी उम्मीदवारों का ऐलान भी कर सकती है. पार्टी को महागठबंधन में तीन से चार सीटों का ही ऑफर मिल रहा है.


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