पूर्णिया: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर आरोप लगाने वाले पार्टी के एससीएसटी प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव शक्ति मलिक को रविवार के अहले सुबह 3 नकाबपोश अपराधियों ने घर में घुस कर गोलियों से भून डाला और फरार हो गए. उस वक्त घर में सिर्फ बच्चे, पत्नी और ड्राइवर घर पर मौजूद थे. परिजनों ने आननफानन में शक्ति को सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
परिजनों ने इनपर लगाया हत्या का आरोप
शक्ति मलिक के हत्या का आरोप पत्नी और परिजन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और अनिल साधु पर लगा रहे हैं. साथ ही राजनैतिक द्वेष में हत्या का शक जताते हुए उन्होंने अररिया के आरजेडी नेता कालो पासवान और सुनीता देवी का नाम भी लिया है.
शक्ति ने तेजस्वी पर लगाया था आरोप
शक्ति मलिक ने हाल ही में एबीपी न्यूज को दिए अपने बयान में तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा था कि बतौर एससीएसटी प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव जब वो रानीगंज विधानसभा से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ने की बात करने गए थे तब तेजस्वी यादव ने उनसे पहले 50 लाख रुपए की मांग की थी और मना करने पर जाती सूचक टिप्पणी कर भगा दिया था.
यह लोग देते थे जान से मारने की धमकी
घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ आनन्द कुमार पांडेय सदर अस्पताल पहुंचे. घटना के संबंध में पूछताछ करते हुए शक्ति के परिजन से बात की. परिजनों ने घटना के संबंध में बात करते हुए सीधे तौर पर तेजस्वी यादव यादव और अनिल साधु का नाम लिया है. परिजनों का आरोप है कि वे शक्ति को जान से मारने की धमकी देते थे.
ब्याज के कारोबार से राजनीति में ली थी एंट्री
शक्ति मलिक ने बहुत ही कम समय में ब्याज के कारोबार से अकूत संपत्ति बना ली थी. अपने कारोबार को सुरक्षित करने के ख्याल से उसमें नेतागिरी करने की सनक सवार हुई और वो आरजेडी के स्थानीय नेताओं की मदद से पटना पहुंच आरजेडी अनुसूचित जनजाति सेल के सचिव बन गए. बीतते समय के साथ ही शक्ति की राजनैतिक महात्वकांछा भी बड़ी होने लगी थी, जिसका नतीजा था कि उसने अगामी चुनाव में पार्टी के सम्मुख टिकट की मांग रख दी. पार्टी के अंदर क्या हुआ ये तो नहीं पता चल पाया लेकिन इसी बीच शक्ति मलिक ने तेजस्वी यादव पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया, जो काफी चर्चा का विषय रहा.