पटना: जेडीयू छोड़ के आरजेडी में शामिल हुए पूर्व मंत्री और दलित नेता श्याम रजक पार्टी छोड़ने के बाद लगातार सीएम नीतीश कुमार की मीडिया में किरकिरी कर रहे हैं. इसी क्रम में श्याम रजक ने मंत्री और विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद शनिवार को सरकारी आवास छोड़ दिया. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधा. साथ ही उनकी नैतिकता पर भी सवाल उठाए.


श्याम रजक ने कहा, " मैंने नैतिकता का पालन करते हुए आज सरकारी आवास खाली कर दिया. लेकिन सूबे के मुखिया नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था, तभी उन्होंने क्या-क्या सुविधा ली थी."


श्याम रजक ने कहा कि कई ऐसे लोग हैं, जो अवैध तरीके से सरकार आवास में रह हैं. ऐसे में मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि क्या वे नैतिकता दिखाएंगे और उन्हें आवास खाली करवाएंगे? नीतीश कुमार यह बताएं कि किस हैसियत से उनके करीबी राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह सरकारी आवास में रह रहे हैं? उनके अलावा पूर्व विधान पार्षद संजय सिंह भी किस हैसियत से सरकारी बंगले में रह रहे हैं? सरकार को नैतिकता का पालन करना चाहिए."


उन्होंने कहा, " मुख्यमंत्री साहब खाली सुशासन की बात करते हैं उसका पालन नहीं होता है. वे केवल सरकार में शामिल लोगों की नैतिकता की बात करते हैं, लेकिन असलियत में वह कहीं नहीं दिखती. हमने हमेशा नैतिकता दिखाई है. पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर मेरे राजनीतिक गुरु हैं और बाबा साहब अंबेडकर आदर्श. जब मैं बंगले में आया था तो यहां केवल तीन पेड़ थे, बाकी सारे पौधे मैंने लगवाए हैं क्योंकि प्रकृति के प्रति भी मेरा कुछ कर्तव्य है. दलित संबंधी मुद्दे भी मैंने कई बार उठाए हैं."