पटना: जेडीयू के 17 विधायकों के आरजेडी के संपर्क में होने का दावा करने वाले आरजेडी नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक बैकफुट पर आ गए हैं. आरजेडी नेता ने बुधवार को एबीपी न्यूज से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अपने दावे से पलटी मारते हुए कहा कि आरजेडी को ना नीतीश कुमार चाहिए, ना ही उनकी पार्टी के विधायक. यह अलग बात है कि जेडीयू के 17 विधायक अपनी ही पार्टी में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं.


श्याम रजक ने बातचीत के दौरान कहा कि जेडीयू के 17 विधायक आरजेडी में आने के लिए आतुर हैं. उनका कहना है कि वो पार्टी में सुरक्षित नहीं है. लेकिन संवैधानिक मान्यता के तहत 28 संख्या होनी चाहिए इसलिए अभी प्रक्रिया चल रही है.


उन्होंने कहा कि आरजेडी को ना तो नीतीश कुमार चाहिए और ना ही उनकी पार्टी के विधायक. नीतीश कुमार ने जॉर्ज फर्नान्डिस, लालू यादव, शरद यादव सबको धोखा देने का काम किया है. लोकसभा चुनाव 2024 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकल्प हो सकते है. लेकिन उन्हें वादा करना होगा कि वो विचारों के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे न कि कुर्सी के प्रति.


आरजेडी नेता में कहा कि जेडीयू का भविष्य नहीं है. वह मजबूरियों की वजह से बीजेपी के साथ है. लेकिन बीजेपी के खिलाफ गोलबंदी के लिए सबको साथ आना होगा. हालांकि इस दौरान फिर एक बार उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि खिचड़ी के बाद बिहार में नयी संभावनाएँ उत्पन्न होंगी और नए साल में नया बदलाव होगा.


मालूम हो कि पूर्व मंत्री और आरजेडी नेता श्याम रजक ने मंगलवार को कहा था कि जेडीयू के 17 विधायक आरजेडी के सम्पर्क में हैं. जल्द ही जेडीयू में बड़ी टूट हो सकती है. श्याम रजक का कहना था है कि अगर जेडीयू के विधायक आरजेडी में शामिल होते हैं तो उनको बहुत फायदा होगा. ऐसा करने के लिए जेडीयू के विधायक इतनी जल्दीबाजी है कि उनको तारीख और समय की कोई चिंता नहीं है.


उन्होंने कहा कि जो खुद जेडीयू पार्टी को तोड़ने के लिए तैयार हैं, तो ऐसे में दूसरे को तोड़ने की जरूरत ही नहीं है. उनके पार्टी में कोई जाकर क्या करेगा? अगर जेडीयू के विधायक हमारी पार्टी में आते है तो उनको लाभ भी होगा. जेडीयू 71 सीट से 43 सीट पर आ गई है. जो शक्तिहीन व्यक्ति है वह किसी दूसरे को कैसे सपोर्ट कर सकता है. शक्तिहीन से ऐसी अपेक्षा नहीं की जा सकती है.