बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बावजूद आरजेडी की अगुवाई वाले महागठबंधन को अभी भी उम्मीद है कि उनकी ही सरकार बनेगी. आरेजीडी नेता तेजस्वी यादव ने गठबंधन के नेताओं से कहा कि उनकी ही सरकार बनेगी, इसलिए वे सभी तैयार रहें. तेजस्वी ने ये बातें पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर हुई महागठबंधन नेताओं की बैठक के दौरान कहीं.


उन्होंने सवाल उठाया कि NDA को महागठबंधन से केवल 12,270 वोट अधिक मिले, इतने में ही 15 सीटों की बढ़त कैसे मिल गई?


तेजस्वी ने दावा करते हुए कहा कि एनडीए और महागठबंधन में वोटों का अंतर मात्र 12,270 है, लेकिन 15 सीटें एनडीए को ज्यादा हैं. यह आंकड़ा ही बताता है कि मतगणना में क्या हुआ है. मतगणना के बाद गुरुवार को महागठबंधन के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन के नेता चुनाव में सकारात्मक और जनता के मुद्दे के साथ चुनाव मैदान में गए, जिसके लिए लोगों का भरपूर समर्थन मिला.


आरजेडी नेता ने कहा, "जनता का फैसला महागठबंधन के पक्ष में है, जबकि चुनाव आयोग का नतीजा एनडीए के पक्ष में है." उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि जनादेश बदलाव का है. मगर एकबार फिर जनादेश की चोरी की गई है. इसके पहले भी 2015 में ऐसा किया गया था. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि जो लोग तीसरे नंबर पर पहुंच गए वे आज भी कुर्सी पर बैठने के लिए तैयार हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि नीतीश कुमार में अगर थोड़ी भी नैतिकता बची हुई है तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए.


पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर बैलेट पेपर की गिनती बाद में कराई गई और अधिकांश मतों को रद्द कर दिया गया. तेजस्वी ने जनता के मुद्दे उठाते रहने की बात कही और यह भी कहा कि लोगों को धन्यवाद देने के लिए वे जल्द ही 'धन्यवाद यात्रा' निकालेंगे.