सुपौल: आरजेडी (RJD) के पूर्व विधायक यदुवंश कुमार यादव (Yaduvansh Kumar Yadav) ने कुछ दिन पहले ब्राह्मणों (Brahmin) को लेकर विवादित बयान दिया था. जिले के निर्मली में डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhimrao Ambedkar) के जीवन पर परिचर्चा के दौरान 29 अप्रैल को आरजेडी राष्ट्रीय सचिव और पिपरा के पूर्व विधायक यदुवंश कुमार यादव ने कहा था कि एक भी ब्राह्मण भारत देश के नहीं हैं, इनके डीएनए की जांच से ये खुलासा हुआ है. सभी रूस और अन्य देशों से आए हैं, इन्हें उस वक्त वहां से भगाया गया और इसके बाद ये सभी भारत आए हैं.
'ये लोग हम सबों के बीच फूट डाल रहे हैं'
यदुवंश कुमार यादव ने कहा था कि ब्राह्मणों के द्वारा ही हम सभी को बांटने और आपस में झगड़ा लड़ाने का काम किया जा रहा है. ये लोग हम सबों के बीच फूट डालने का काम करते हैं. अब इन्हें हमें भी यहां से भगाना होगा. वहीं, इस बयान पर बीजेपी के विधायक और पूर्व मंत्री नीरज बबलू ने कहा कि आरजेडी के नेताओ को अपने सलाहकार मनोज झा से पूछना चाहिए कि वो कहां से आए हैं? मनोज झा और संजय झा ही इसे ठीक से उन लोगों को बता सकते हैं.
बीजेपी ने लिया आड़े हाथों
नीरज बबलू ने कहा कि ब्राह्मण हमारे देश के निवासी हैं, ब्राह्मण हमें संस्कार सिखाते हैं और आरजेडी के नेता उन्हें भगाने की बात करते हैं. इन लोगों को बाहर निकालने की जरूरत है, जो समाज में द्वेष फैलाते हैं. वहीं जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा भी आरजेडी नेता यदुवंश यादव पर हमला बोले. उन्होंने कहा कि ऐसे घटिया बयान देने वाले नेताओं को मालूम नहीं है कि द्वापर में यदुवंश के शिरोमणि हमारे आराध्य भगवान श्री कृष्ण के गुरु संदीपनी मुनि और महर्षि परसुराम कहां से आए थे. रूस से या अन्य देश से आए थे?
'अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए'
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि किस युग में ब्राह्मण नहीं रहे? आप त्रेता की बात करिए, द्वापद की बात करिए और सतयुग की बात करिए. नाम ले तो सुबह से शाम हो जाएगी. इस तरह का घटिया बयानबाजी बस मीडिया की टीआरपी में बने रहने के लिए किया जाता है. ऐसे लोगों पर पार्टी को अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए. कहीं ना कहीं ऐसे लोग गठबंधन की छवि को धूमिल करने की कोशिश करते हैं.