पटना: देश में रेप की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. बीते दिनों झारखण्ड के दुमका जिले से पांच बच्चों की मां के साथ 17 दरिंदों द्वारा गैंगरेप की घटना प्रकाश में आई है. इस घटना के संबंध में जब आरजेडी के कद्दावर नेता शिवानंद तिवारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आदिवासी संस्कृति में इस तरह के घटना की कल्पना भी नहीं की जा सकती. आइटम डांस और मोबाइल में मौजूद पॉर्न वीडियो ने लोगों की मानसिकता बदल दी है. इसी वजह से लगातार सभी इलाकों में रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं.


उन्होंने कहा कि मैंने 2012 में निर्भया कांड के बाद भी यह कहा था कि केवल कड़े कानून बनाने से कुछ नहीं होगा. जब तक समाज में रेप के लिए उकसाने वाली स्थिति बनी रहेगी तब इसपर रोक नहीं लगाया जा सकता है.





शिवानंद तिवारी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में रेप की घटनाएं अचानक बढ़ी हैं. आदिवासी संस्कृति में रेप जैसी घटनाएं तो कभी थी ही नहीं. लेकिन यह तब से शुरू हुआ है जब से लोगों ने इन समाजों के आधुनिकीकरण की कोशिश की. इस उपभोक्तावादी संस्कृति में, महिलाओं को उपभोक्ता की वस्तु की तरह प्रस्तुत किया जाता है. यही वजह से की रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं.


बता दें कि झारखंड के दुमका जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में मंगलवार की रात विवाहित महिला के साथ 17 लोगों द्वारा गैंगरेप की घटना सामने आयी है. पीड़िता की पहचान पर एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है. वहीं, 16 की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.


इन आरोपियों की पहचान पीड़िता नहीं कर पाई है. पीड़िता पांच बच्चों की मां है. वह अपने पति के साथ मंगलवार की रात हटिया से घर लौट रही थी. इसी दौरान गांव पहुंचने से पहले आरोपियों ने दोनों को घेर लिया. इनमें से कुछ ने उसके पति को बंधक बना लिया और इसके बाद महिला से रेप किया. घटना को अंजाम देने के बाद सभी भाग गये. सुबह होने के बाद पीड़िता थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई.


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