बेनीपुर विधानसभा से इस उम्मीदवार को टिकट दे सकती है RJD, 2015 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर दी थी टक्कर
अब्दुलबारी सिद्दकी के काफी करीबी माने जानें कमल सेठ इसबार के चुनाव में खुद को आरजेडी प्रत्याशी बता रहे हैं. बता दें कि कमल सेठ ने 2015 के विधानसभा में भी निर्दलीय चुनाव लड़ अपने भाग्य को आजमा चुके हैं.
दरभंगा: जिले के बेनीपुर 80 विधानसभा क्षेत्र में इसबार एक नया ही रंग नजर आ रहा है. 2015 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी-जेडीयू गठबंधन ने दरभंगा विधानसभा की 10 सीटों में 8 सीटें जीतीं थी, जबकि केवल दो सीट ही बीजेपी के खाते में गई थी. इन आठ में एक सीट है बेनीपुर जिसपर जदयू के सुनील चौधरी ने जीत हासिल की थी.
विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं का समीकरण
बता दें कि इस सीट पर बीजेपी के परंपरागत वोट बैंक मैथिल ब्राह्मण हैं, जिनकी संख्या इस क्षेत्र में 59,000 हैं. 2015 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी राम विनोद झा उर्फ कमल सेठ ने 16,500 वोट लाकर बीजेपी के प्रत्याशी गोपालजी ठाकुर जो मौजूद समय में दरभंगा सांसद हैं को हराने में मुख्य भूमिका अदा की थी. इस इलाके में आरजेडी के कद्दावर नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी का भी काफी वर्चस्व रहा है.
आरजेडी प्रत्याशी के तौर पर लड़ सकते हैं चुनाव
हालांकि इस बार अब्दुलबारी सिद्दकी के काफी करीबी माने जानें कमल सेठ इसबार के चुनाव में खुद को आरजेडी प्रत्याशी बता रहे हैं. बता दें कि कमल सेठ ने 2015 के विधानसभा में भी निर्दलीय चुनाव लड़ अपने भाग्य को आजमा चुके हैं. लेकिन इस बार क्षेत्र के विकास के नाम पर चुनाव लड़ रहे हैं. बता दें कि कमल सेठ मुम्बई के बड़े सिक्युरिटी एजेंसी चलाते हैं और अपने इस एजेंसी में उन्होंने हजारों मिथिला के बेरोजगारों और नव जवानों को महाराष्ट्र में नौकरी देने का काम किया है.
क्षेत्र का विकास चाहते हैं मतदाता
ब्राह्मण बहुल बेनीपुर विधानसभा में वर्तमान जेडीयू विधायक जो ब्राह्मण कोटे से ही आते हैं वो यादव, ब्राह्मण, मुस्लिम समीकरण को बना चित करना चाहते हैं. इधर, आरजेडी को भी एक सबल ब्राह्मण नेता की तलाश थी क्योंकि बेनीपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास के मुद्दे काफी महत्वपूर्ण हैं. इस बार मतदाता नए प्रत्याशी से क्षेत्र का विकास चाहते हैं क्योंकि पिछली बार वो पूरा नहीं हुआ.
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