Fateh Bahadur Singh Controversial Statement: रोहतास की डेहरी विधानसभा सीट से आरजेडी (RJD) विधायक फतेह बहादुर सिंह अक्सर अपने विवादित बयानों से चर्चाओं में रहते हैं. इस बार उन्होंने मंदिरों को लेकर अनाप-शनाप बोला है. डेहरी के देवरिया गांव में निजी स्कूल के कार्यक्रम के दौरान सोमवार (16 दिसंबर) को विधायक फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि मंदिर का रास्ता अंधविश्वास, पाखंड और मूर्खता का होता है. अपने बच्चों को मंदिर नहीं भेजें. उन्हें मंदिर की जगह सिर्फ स्कूल भेजें. ब्राह्मणवाद पर टिप्पणी करते हुए आरजेडी विधायक ने कहा कि सभी मनुष्य एक समान है.
अपने बयान के लिए सावित्रीबाई फुले को श्रेय देते हुए आरजेडी विधायक ने कहा कि वे उन्हीं की बातों को लोगों के बीच रख रहे हैं. उन्होंने जाति-व्यवस्था पर प्रहार भी किया. साथ ही कहा कि ब्राह्मणवाद ने समाज को क्षत्रिय, वैश्य और शुद्र में बांट दिया है जबकि सभी इंसान बराबर हैं. हर व्यक्ति के अंदर मानवता होना सर्वोपरि है. विधायक के मंदिर को लेकर दिए गए बयान से विवाद खड़ा हो गया है. लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं.
आरजेडी विधायक पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
फतेह बहादुर सिंह के बयान पर पहले भी सियासी बवाल मच चुका है. उन्होंने मां दुर्गा और भगवान राम को काल्पनिक बताया था. यही नहीं उन्होंने खुद को महिषासुर का वंशज भी बताया था. कहा था कि ब्राह्मणों ने पाखंड फैलाकर शुद्रों को हजारों वर्षों तक शिक्षा से वंचित रखा.
विधायक फतेह बहादुर सिंह ने दुर्गा पूजा पर होने वाले खर्च को लेकर कहा था कि यह फिजूलखर्च है. मां दुर्गा की कहानी और देवी दोनों काल्पनिक है. सवाल उठाया था कि जब अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाया था तब देश की आबादी 30 करोड़ थी, देवी दुर्गा के हथियार तब कहां थे? उन्होंने अंग्रेजों का संहार क्यों नहीं किया? इस बयान को लेकर विधायक पर कोर्ट में केस भी दायर हुआ था.
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