Israel Mansuri Reaction On Amit Shah Statement: राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भीमराव अंबेडकर पर दिए बयान को लेकर आरजेडी विधायक इसराइल मंसूरी (Israel Mansuri) ने भी सख्त लहजे में निशना साधा है. मंसूरी ने कहा कि अंबेडकर नाम लेना कोई "फैशन" नहीं, बल्कि समानता, स्वतंत्रता और सामाजिक परिवर्तन की उस क्रांति का प्रतीक है, जिसने करोड़ों दबे-कुचले लोगों को न्याय और अधिकार दिलाए.
शाह के बयान पर बोले इसराइल मंसूरी
इसराइल मंसूरी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "गृह मंत्री अमित शाह का बयान अंबेडकर के ऐतिहासिक योगदान और सामाजिक न्याय के लिए उनके संघर्ष का अपमान है. बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर का नाम लेना कोई "फैशन" नहीं है. अंबेडकर ने जिन दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों करोड़ों लोगों के लिए भगवान से बढ़कर उनके लिए काम किया. अपने भाषण के दौरान गृह मंत्री ने जिस मानसिकता से उनका नाम लिया. इससे स्पष्ट है कि उनकी विचारधारा की गहराई और संविधान निर्माण में उनके योगदान को कमतर आंकने का प्रयास है"!
इसराइल मंसूरी ने ये भी कहा कि अमित शाह का बयान न केवल असंवेदनशील है, बल्कि सामाजिक एकता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अनादर का परिचायक है. ये अक्षम्य है, भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर को मानने वाले इस अपमान का बदला जरूर लेंगे.
क्या था अमित शाह का बयान?
आपको बता दें कि मंगलवार को संविधान पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने अंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी पर सियासत गरमा गई है. विपक्ष सरकार को घेर रहा है. विपक्ष का आरोप है कि शाह ने अंबेडकर का अपमान किया. दलितों का अपमान किया गया. विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि यह टिप्पणी दर्शाती है कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं के मन में बीआर अंबेडकर के प्रति 'बहुत नफरत' है. दरअसल शाह ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि "अब ये फैशन हो गया है अंबेडकर, अंबेडकर करना, अगर आपने भगवान का इतना नाम लिया होता तो आपको सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता".
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