पटना: बिहार विधानसभा सभा चुनाव को लेकर सूबे में सियासी सरगर्मी तेज है. दाल बदल का दौर जोरों पर हैं. इसी क्रम में मंगलवार को आरजेडी विधायक वीरेंद्र कुमार जेडीयू में शामिल हुए. सांसद ललन सिंह ने उन्हें जेडीयू की सदस्यता दिलाई. हालांकि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के कारण कोई मिलन समारोह आयोजित नहीं हो सका. सांकेतिक तौर पर मिलन समारोह किया गया. बता दें कि वीरेंद्र कुमार आरजेडी से तेघड़ा के विधायक हैं.


आरजेडी में अब कोई दम नहीं


आरजेडी छोड़ जेडीयू में शामिल हुए वीरेंद्र कुमार ने कहा, "हमने शुरू से नीतीश कुमार का साथ दिया. नीतीश कुमार हमारे बड़े भाई की तरह हैं. विकास का काम जितना जेडीयू ने किया, उतना किसी ने नहीं किया. आरजेडी में अब कोई दम नहीं है और राजद नेताओं को इसकी जानकारी है. चुनाव में कहां पर रहेंगे, ये जानकारी भी उनको है."


आरजेडी में किसी को भी मिल जाता है टिकट


वीरेंद्र कुमार ने कहा, "2010 में जो स्थिति थी, उससे भी खराब हालत होगी इस बार आरजेडी की. 2015 में नीतीश कुमार के चेहरे की वजह से स्थिति बदली थी. राजनीतिक बजार में जो सबसे कम बिकता है, वो प्रोडक्ट आरजेडी है. आरजेडी वैसे ही है, विज्ञापन कर रही है. टिकट में नगदी नारायण के लिए ऐसा किया जा रहा है. कुछ धन बन जायेगा, परिणाम के बारे में आरजेडी के नेता भी जानते हैं. आरजेडी में कोई कहीं से भी आता है, टिकट ले लेता है. मुंबई और कोलकाता से आता है, टिकट पा जाता है. जनता सब देख रही है, मौका आने पर जवाब दे देगी."


लालू प्रसाद यादव आदतन भ्रष्टाचारी


इधर, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ पीआईएल दाखिल होने पर जेडीयू सांसद ललन सिंह ने कहा, " पीआईएल किसने की, इसकी जानकारी नहीं. 1998 की बात है, जब लालू यादव जेल गए थे, तब गेस्ट हाउस को जेल बना दिया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने तब टिप्पणी की थी कि जब जेल में सुरक्षा नहीं, तो गेस्ट हाउस में कैसे सुरक्षा होगी. ऐसे में यह सब लालू यादव की पुरानी आदत है, उनको भ्रष्टाचार करने में शर्म नहीं आती. जेल में रहना शर्मनाक लगता है. लालू प्रसाद आदतन भ्रष्टाचारी हैं, मौका मिला, तो भ्रष्टाचार किया."



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