Manorama Devi News: जेडीयू की पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के आवास पर एनआईए की छापेमारी गुरुवार को लगभग 20 घंटे तक चली. एनआईए की इस कार्रवाई पर अब राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं. इस कार्रवाई को लेकर आरजेडी ने सवाल खड़े किए हैं. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि यह तो इस दौर में लगातार कहीं ना कहीं रोज यह सुनने के लिए मिलता है कि जांच एजेंसी छापा मारी है, लेकिन यह प्रमाण पत्र देना चाहिए कि आखिर वहां क्या मिला और इसमें कितनी सच्चाई है. वहीं, इस पर जेडीयू के प्रवक्ता अंजुम आरा ने कहा कि हमारी सरकार इस मामले ने किसी तरीके का कोई हस्तक्षेप नहीं की है.


मामले में सियासत गरमाई


मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के यहां एनआईए की छापेमारी हुई है. इसमें कहा गया है कि उनके सांठ गांठ नक्सलियों से रहा है. पूरा मामला क्या है? उस पर मनोरमा देवी की भी सफाई आई है. वहीं, आगे उन्होंने कहा कि जो कानून है उसके तहत कार्रवाई हो लेकिन सिर्फ जांच करके और सिर्फ यह बातें कह देने भर से नहीं होता.


इस मामले में अंजुम आरा ने कहा कि जांच के लिए केंद्रीय एजेंसी स्वतंत्र है. एजेंसी को अगर इनपुट मिली है तो वह जांच करेगी. अब तक की एनआईए की कार्रवाई पर औपचारिक रूप से जानकारी नहीं दी गई है. आगे जो भी एनआईए कहेगी उसे पार्टी देखेगी.


एनआईए का आधिकारिक बयान 


बता दें कि गया में जेडीयू की पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के आवास पर एनआईए की टीम ने बुधवार को छापा मारा. गया शहर के रामपुर थाना क्षेत्र के एपी कॉलोनी स्थित मनोरमा देवी के आवास पर रेड की गई थी. वहीं, एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) के खिलाफ अपनी जांच के तहत बिहार में तलाशी के दौरान हथियार और 4 करोड़ रुपये से अधिक नकद बरामद किए हैं. एनआईए के जारी बयान में कहा गया है कि अभियान के तहत बिहार के गया और कैमूर जिलों में कुल पांच स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसका उद्देश्य राज्य के मगध क्षेत्र में सीपीआई (माओवादी) को पुनर्जीवित करने और उसे मजबूत करने की साजिश को विफल करना था.


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