Lok Sabha Elections 2024: बिहार में एनडीए से जुड़े नेताओं के बीच सीट बंटवारे के बाद अब नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं. एक तरफ पशुपति पारस ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है तो वहीं दूसरी ओर यह भी चर्चा है कि उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी एक-एक सीट मिलने से नाराज हैं. ऐसे नेताओं के लिए आरजेडी ने दरवाजा खोल दिया है. लालू यादव (Lalu Yadav) की पार्टी आरजेडी ने मंगलवार (19 मार्च) को बड़ा बयान दिया है.
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने खुला ऑफर देते हुए कहा कि राजनीति में संभावनाओं के द्वार खुले रहते हैं. कल क्या हो जाएगा कहना मुश्किल है. पहले यह लोग तय करें कि उनको एनडीए में रहना है या नहीं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में कल (सोमवार) सीट बंटवारे के एलान के समय उपेंद्र कुशवाहा बीजेपी दफ्तर भी नहीं गए थे. उनको एक सीट दी गई है इसलिए नाराज हैं. मांझी का भी अपमान किया गया क्योंकि उनको भी सिर्फ एक सीट दी गई है. पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं दी गई. बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों को धोखा दिया है.
आरजेडी के बयान पर जेडीयू ने दी तीखी प्रतिक्रिया
आरजेडी के खुला ऑफर वाले बयान पर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने कहा कि महागठबंधन सभी 40 सीटें बिहार में हारेगा. ऐसे में कोई भी दल महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ने का मन बनाता है तो यह उन दलों के लिए आत्मघाती कदम माना जाएगा. आरजेडी पहले महागठबंधन को दुरुस्त कर ले. कांग्रेस और वाम दलों को जितनी सीटें चाहिए पहले वह तो दे. महागठबंधन में ही पेंच फंसा है. एनडीए नहीं बिखरेगा.
वहीं दूसरी ओर खबर है कि उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली में हैं और एक सीट मिलने के बाद उन्होंने चुप्पी साध ली है. मीडिया से बातचीत नहीं कर रहे हैं. फोन तक नहीं उठा रहे हैं. पार्टी नेताओं को हिदायत दी है कि मीडिया से किसी भी मुद्दे पर बातचीत नहीं करना है.
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