हाजीपुर: धर्म परिवर्तन को लेकर नीतीश कुमार के मंत्री जमा खान की ओर से दिए गए ने सूबे के सियासी पारा चढ़ा दिया है. जिस प्रकार से जमा खान ने धर्म परिवर्तन के संबंध में अपनी राय रखी और खुद को राजपूत बताया उसने जेडीयू की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. आरजेडी ने जमा खान के बयान को लेकर जेडीयू पर निशाना साधा है. बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी ने जेडीयू पर आरएसएस की बोली बोलने का आरोप लगाया है.
आरजेडी के प्रदेश महासचिव साजिद जमाल ने कहा, "जो जमा खान का बयान आया है, आज से दो-तीन दिनों पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का भी वैसा ही बयान सामने आया था. जो बयान उन्होंने दिया था, वही बात जमा खान कह रहे. ये उन्ही के कथन हैं. इसलिए बीजेपी और जेडीयू में कोई फर्क नहीं रहा है. जेडीयू के भी भगवाकरण हो गया है. जो आरएसएस कहता है, वही बात ये लोग कहते हैं."
धर्म परिवर्तन करना गलत नहीं
दरअसल, बीते दिनों बिहार के हाजीपुर पहुंचे मंत्री जमा खान से जब धर्म परिवर्तन के संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कोई अपनी इच्छा से धर्म परिवर्तन करता है, तो यह गलत नहीं है. लेकिन पैसों का लालच देकर कोई जबरन धर्म परिवर्तन कराता है, तो यह गलत है. इस तरह का कोई मामला सामने आता है तो उनके खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने इस बार जेडीयू को वोट नहीं दिया. लेकिन तब भी मुख्यमंत्री मुसलमानों का ख्याल रखते हैं.
खुद को बताया राजपूत
वहीं, खुद को राजपूत बताते हुए उन्होंने कहा कि मैं खुद भी राजपूत था. हमारे पूर्वज जयराम सिंह और भगवान सिंह वैश्वबाड़ा से आए. यहां लड़ाई छिड़ी और वे हार गए. इसके बाद भगवान सिंह ने इस्लाम कबूल कर लिया और वे मुसलमान हो गए. लेकिन हमारे जो अन्य रिश्तेदार हैं, जो सरैंया गांव के है, वो जयराम सिंह के खानदान के हैं और राजपूत हैं. उनसे आज भी हमारा नाता है. इसलिए कोई किसी से जबरदस्ती धर्म परिवर्तन नहीं करवा सकता. अगर कहीं ऐसा होता है, तो उसके लिए पुलिस और कानून है.
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