Bihar Politics: प्रदेश जेडीयू कार्यालय के बाहर पार्टी नेताओं की तरफ से लगाए गए पोस्टर में नीतीश कुमार को भारत रत्न दिए जाने की मांग की गई है. इसको लेकर बिहार की राजनीति में बयानबाजी शुरू हो गई है. वहीं, इस पर आरजेडी ने प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने शनिवार को कहा कि जेडीयू की कार्यकारिणी बैठक में ललन सिंह भी नहीं आए. कई अन्‍य नेता भी नहीं आए. भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू के बीच सत्ता हस्तांतरण के लिए 6 महीने की डील हुई थी. जेडीयू ऐसा नहीं कर रही है. बिचौलिया बेचैन हो रहा है इसलिए उन्होंने अपनी मांग रखी है. भारत रत्न दो और सत्ता ले लो.


वहीं, जेडीयू के '2025 में फिर नीतीश कुमार' के नारे पर हमला बोलते हुए आरजेडी ने कहा कि बिहार नीतीश कुमार से ऊब चुका है, अबकी बार तेजस्वी सरकार


'यह दबाव की है राजनीति'


बता दें कि बिहार के पटना में शनिवार को जेडीयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई. बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में तय हुआ कि बिहार में जेडीयू के संगठन को मजबूत करना है. इस बैठक को लेकर आरजेडी ने जेडीयू पर तंज कसा है. आरजेडी ने कहा है कि यह जनता दल यूनाइटेड की राज्य कार्यकारिणी की बैठक नहीं है. यह दबाव की राजनीति है. 


आरजेडी का प्रधानमंत्री पर हमला


वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाराष्ट्र में कांग्रेस की आलोचना करने व पार्टी को अर्बन नक्सलियों के गिरोह वाले बयान पर आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी के गुर्गे अर्बन नक्सलवाद को बढ़ावा दे रहे हैं. कभी वो लोगों को तलवार बांटते हैं, तो कभी भाषाई आतंक फैलाते हैं. बीजेपी पूरे देश में विचारहीन अनैतिकता को बढ़ावा देना चाहती है. बीजेपी शहरी इलाकों में अपने विचारहीन और अनैतिक लोगों को आगे करके समाज में हिंसा फैलाना चाहती है फिर उसके नेता तलवारें बांट रहे हैं. बीजेपी के चरित्र को जनता पहचान चुकी है. प्रधानमंत्री चिल्लाते रहेंगे, लेकिन देश की जनता पर इसका कोई असर नहीं होगा.


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