'PM जितनी ही आम आदमी की जान की कीमत', सुरक्षा विवाद के बीच RJD ने शेयर किया लालू का पुराना VIDEO, देखें
राष्ट्रीय जनता दल ने पार्टी अध्यक्ष लालू यादव का पुराना वीडियो शयर कर पीएम मोदी पर हमला बोला है. पार्टी ने कहा है, "अहंकारी को कौन समझाए कि 500 किसानों की जान की कीमत 500 PM के बराबर है."
पटना: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक के मामले पर विवाद जारी है. बीजेपी (BJP) समेत एनडीए (NDA) में शामिल अन्य पार्टियां इस घटना को साजिश बता कर पंजाब की कांग्रेस (Congress) सरकार पर निशाना साध रही है. इधर, इस पूरे मामले की हाई लेवल जांच शुरू कर दी गई है. जांच और बयानबाजी के बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने पार्टी अध्यक्ष लालू यादव (Lalu Yadav) का पुराना वीडियो शयर कर पीएम मोदी पर हमला बोला है.
आरजेडी ने ट्वीट कर कसा तंज
आरजेडी ने लालू यादव का एक वीडियो जिसमें वो ये बोल रहे हैं कि आम आदमी की भी जान उतनी ही कीमती होती है, जितनी प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री की होती है को शेयर करते हुए कहा, " अब ये बात किसी अहंकारी को कौन समझाए कि 500 किसानों की जान की कीमत 500 PM के बराबर है. इसके लिए उन्हें 'किसी आत्ममुग्ध प्रधानमंत्री के लिए मरने की जरूरत नहीं.' बता दें कि सुरक्षा विवाद के बीच लालू यादव का पुराना वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है.
अब ये बात किसी अहंकारी को कौन समझाए कि "500 किसानों" की जान की कीमत 500 PM के बराबर है!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) January 5, 2022
इसके लिए उन्हें 'किसी आत्ममुग्ध प्रधानमंत्री के लिए मरने की ज़रूरत नहीं'! pic.twitter.com/WdqGqvsE6t
मुख्यमंत्री ने की घटना की निंदा
गौरतलब है कि बिहार के मुखिया नीतीश कुमार पंजाब में हुई घटना को दुखद बताया है. उन्होंने बयान जारी कर कहा कि नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा में हुई चूक की घटना दुखद है. सुरक्षा व्यवस्था में चूक होने के कारण उनको अपनी यात्रा स्थगित कर वापस दिल्ली लौटना पड़ा. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इस तरह की चूक चिंताजनक, निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यों की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री को सुरक्षा उपलब्ध कराना राज्यों का दायित्व है. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं होनी चाहिए. प्रावधानों के अनुसार पंजाब सरकार को सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना चाहिए था. भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसे ध्यान रखते हुए जांच के बाद दोषी लोगों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
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