'तमाचा पड़ा तो हम लोग याद आ रहे', श्याम रजक की दो टूक, पशुपति पारस पर ये क्या बोल गए?
Lok Sabha Elections 2024: श्याम रजक ने कहा कि पशुपति कुमार पारस के पश्चाताप करने से अब कोई फायदा नहीं. पछताने से फायदा नहीं. पारस लालच में बीजेपी का साथ देते रहे.
Lok Sabha Elections: बिहार महागठबंधन में पशुपति पारस (Pashupati Paras) की एंट्री मुश्किल दिख रही है. मंगलवार (19 मार्च) को जैसे ही उन्होंने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दिया तो यह बात सामने आने लगी कि वह महागठबंधन का दामन थाम सकते हैं. मंगलवार की शाम वह दिल्ली से पटना लौटकर आए हालांकि पशुपति पारस की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं आई है. महागठबंधन में शामिल होते हैं या नहीं यह बहुत जल्द साफ हो जाएगा लेकिन आरजेडी ने दो टूक में हमला बोला है.
'पशुपति पारस लालच में देते रहे बीजेपी का साथ'
मंगलवार को एबीपी न्यूज़ से बातचीत में आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने पशुपति पारस पर तीखी प्रतिक्रिया दी. श्याम रजक ने कहा कि पारस के पश्चाताप करने से अब कोई फायदा नहीं. पछताने से फायदा नहीं. पारस लालच में बीजेपी का साथ देते रहे. गलत काम करने वालों का साथ देते रहे.
'बीजेपी के साथ गलत वातावरण बनाने में पारस की भी भूमिका'
श्याम रजक ने कहा कि बीजेपी देश तोड़ने, संविधान खत्म करने का काम करती रही और पारस भारतीय जनता पार्टी का साथ देते रहे. बीजेपी के साथ गलत वातावरण बनाने में पारस की भी भूमिका है. कल तक बीजेपी पारस को अच्छी लग रही थी व आज तमाचा पड़ा तो पारस को हम लोग याद आ रहे हैं.
'पशुपति पारस आएं या न आएं यह उनकी मर्जी'
उधर बिहार महागठबंधन में भी ऐसा लग रहा है कि सीटों का बंटवारा हो गया है. श्याम रजक ने कहा कि महागठबंधन का अपना स्वरूप तय हो गया है. सीट बंटवारे का एलान कल (20 मार्च) हो सकता है. उन्होंने साफ कहा कि पशुपति पारस आएं या न आएं यह उनकी मर्जी, लेकिन महागठबंधन का स्वरूप तो अब फाइनल हो गया है.
बता दें कि दिल्ली में मंगलवार को इस्तीफे के एलान के बाद पशुपति पारस ने आरजेडी से बातचीत पर खुलकर कुछ भी नहीं कहा. उन्होंने कहा, "जितना बोलना था, उतना बोल दिया है. भविष्य की राजनीति हम अपनी पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से बैठकर तय करेंगे."
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