Nitish Kumar Pragati Yatra: बिहार में सीएम नीतीश (Nitish Kumar) 'प्रगति यात्रा' पर निकलेंगे. इसे लेकर आरजेडी और जेडीयू आमने-सामने है. आरजेडी का आरोप है कि 'माई बहिन मान योजना' के डर से नीतीश ने अपनी 'महिला संवाद यात्रा' रद्द कर दी. वहीं इस पर जेडीयू ने पलटवार किया है और कहा है कि महिलाओं के योगदान को कोई नहीं नकार सकता है. जो परिवार की पार्टी है उसको 'प्रगति यात्रा' से क्या लेना देना है?
मृत्युंजय तिवारी ने क्या कहा?
सीएम नीतीश की प्रगति यात्रा' पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तो महिला संवाद यात्रा पर निकलने वाले थे, लेकिन तेजस्वी ने जब ऐलान किया कि हमारी सरकार बनेगी तो 'माई बहिन मान योजना' शुरू होगी और गरीब महिलाओं को 25 सौ रुपया हर महीने देंगे. इसी डर से नीतीश कुमार ने अपनी 'महिला संवाद यात्रा' रद्द कर दी. अब 'प्रगति यात्रा' पर निकलेंगे, लेकिन कोई फायदा नहीं होगा. बिहार की हर क्षेत्र में वह दुर्गति कर चुके हैं.
वहीं जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने आरजेडी पर पलटवार करते हुए कि उन लोगों को समझ की कमी है. महिलाओं के योगदान को कोई नहीं नकार सकता है. तेजस्वी की ताजपोशी हुई और चार सीटों पर लोकसभा चुनाव में जनता ने लॉक कर दिया. जो परिवार की पार्टी है, उसको विकास यात्रा से क्या लेना देना है? 'प्रगति यात्रा' में समीक्षा बैठक, स्थल निरीक्षण ये मानक होगा कि भविष्य की कार्य योजना क्या होगी?
जेडीयू के मुताबिक सीएम नीतीश की 'प्रगति यात्रा' उनके प्रस्तावित 'महिला संवाद कार्यक्रम' से पूरी तरह अलग है. 23 दिसंबर में शुरू हो रही 'प्रगति यात्रा' में मुख्यमंत्री विभिन्न जिलों में सरकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे.
सूत्रों के अनुसार महिला संवाद कार्यक्रम जनवरी में आयोजित किया जाएगा. यह कार्यक्रम ग्रामीण विकास विभाग की ओर से सभी जिलों में आयोजित किए जाएंगे. इसमें महिलाओं से संवाद होगा. कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह-जीविका आदि से विभिन्न विषयों पर सीधे संवाद की योजना है.
दरअसल अगले साल होने वाली बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए सीएम की यह यात्रा काफी अहम मानी जा रही है. सत्ता और विपक्ष दोनों अपनी-अपनी यात्रा के जरिए चुनाव की रणनीति तैयार करने में जुटे हैं. तभी तो सीएम की यात्रा से पहले तेजस्वी यादव ने महिलाओं के लिए बड़ी योजना का ऐलान कर दिया. अब देखने वाली बात होगी कि सीएम अब अपनी 'प्रगति यात्रा' के बाद क्या कोई बड़ी योजना का ऐलान करेंगे, जो आरजेडी की 'माई-बहिन मान योजना' पर भी भारी पड़े.
बता दें कि सीएम अपनी यात्रा के दौरान विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे. सरकारी योजनाएं जमीन पर कितनी सफल हैं, इसका फीडबैक लेंगे. आम लोगों की समस्याओं को सुनेंगे. विकास की गति और तेज करने की कोशिश होगी. प्रगति यात्रा के दौरान समीक्षात्मक बैठक करेंगे. जिसमें संबंधित जिले के प्रभारी मंत्री और जिले के निवासी, मंत्री उपस्थित रहेंगे. स्थानीय सांसद, स्थानीय विधायक, स्थानीय पार्षद भी मौजूद रहेंगे. यात्रा का जो शेड्यूल जारी किया गया है उसके मुताबिक नीतीश कुमार 23 दिसंबर 2024 से प्रगति यात्रा पर निकलेंगे.
पश्चिम चंपारण से शुरू होगी यात्रा
उनकी इस यात्रा की शुरुआत सोमवार को पश्चिम चंपारण से होगी. फिर वाल्मिकीनगर में ही रात्रि विश्राम करेंगे. 24 दिसंबर 2024 को पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) में रहेंगे और वापस पटना लौट आएंगे. इसके बाद 25 दिसंबर को क्रिसमस का अवकाश है. फिर 26 दिसंबर को शिवहर और सीतामढ़ी में रहेंगे और फिर वापस पटना लौट आएंगे. इसके बाद 27 दिसंबर को मुजफ्फरपुर में रहेंगे और पटना वापस आ जाएंगे. 28 दिसंबर शनिवार को वे वैशाली जाएंगे और फिर देर रात पटना लौट आएंगे.
ये भी पढ़ें: नीतीश कुमार की यात्रा का नाम बदले जाने पर तेजस्वी यादव का पहली प्रतिक्रिया, पूछ दिए ये 10 सवाल