Bihar Politics: सम्राट अशोक के मुद्दे पर एक ही गठबंधन का हिस्सा जेडीयू (JDU) और बीजेपी (BJP) के बीच पहले से ही विवाद छिड़ा हुआ है. इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के गृह जिला नालंदा में जहरीली शराब से 13 लोगों की मौत के बाद ये विवाद और बढ़ गया है. एक तरफ जहां जेडीयू के नेता सम्राट अशोक मुद्दे पर बीजेपी को घरे रहे हैं. वहीं, बीजेपी शराबबंदी कानून की असफलता को भुनाने में लगी हुई है. दोनों पार्टियों के नेता भाषाई मर्यादा को भूल कर एक दूसरे पर वार कर रहे हैं.
आरजेडी ने इस अंदाज ने कसा तंज
इधर, सहयोगी दल के बीच जारी विवाद पर विपक्ष ने तंज कसना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में जेडीयू और बीजेपी के बीच जारी विवाद पर बिहार की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी आरजेडी (RJD) ने तंज कसा है. पार्टी ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, " बीजेपी-जेडीयू में अवैध शराब से हो रही कमाई को लेकर ठन गई है. असली विवाद यही है. बाकी सब बहानेबाजी है."
केंकड़ों से की नेताओं की तुलना
वहीं, एक अन्य ट्वीट में पार्टी ने लिखा, " बिहार एनडीए केंकड़ों के झुंड की तरह है, जो लगातार एक दूसरे से गुत्थमगुत्था करते रहेंगे, लड़ते रहेंगे, एक दूसरे की टांग खींचते रहेंगे, पर आपसी स्वार्थ के लिए एक ही टोकरे में पड़े रहेंगे. ना बिहार हित में किसी विषय पर आगे बढ़ेंगे और ना ही बिहार को आगे बढ़ने देंगे."
कानून में संशोधन की चल रही तैयारी
गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर संशोधन की तैयारी हो रही है. यह बात अब पक्की हो गई है. एबीपी को अपने विश्वसनीय सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. सूत्रों के अनुसार, ये एक प्रपोजल लाया जा रहा है. इसमें इस बात को सबसे ज्यादा तवज्जो दी जाएगी कि जो पहली बार शराब पीते हुए पकड़े जाएंगे सिर्फ उनको फाइन देना होगा. फाइन देने के बाद छोड़ दिया जाएगा. पहली बार शराब पीने वालों पर कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं होगा. हालांकि सबसे बड़ी बात ये है कि ये चीज स्पलायर, निर्माता, कारोबारी या तस्कर पर लागू नहीं होगा.
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