Sunil Singh: बिहार की सियासत में अभी एक नाम की काफी चर्चा हो रही है. विधान परिषद की सदस्यता रद्द होने के बाद सुनील सिंह को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. वहीं, इस बीच सुनील सिंह ने एबीपी न्यूज़ से शुक्रवार को खास बातचीत की. इस बाचचीत में उन्होंने सीएम नीतीश पर जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने कहा कि आज तक किसी ने ऐसा मामला नहीं देखा जहां आचार समिति में फर्जी तरीके से किसी सदस्य की सदस्यता ले ली जाए. मुझे अपना पक्ष रखने तक का मौका नहीं दिया गया. यह पूरी पठकथा 19 अप्रैल 2024 को सीएम आवास में रची गई.


सवालों के घेरे में देवेश चंद्र ठाकुर


सुनील सिंह ने सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार के आदेश पर नियम के विरुद्ध जाकर मेरी सदस्यता ले ली गई है. नीतीश कुमार ने साफ कहा कि यह आदमी रोजगार, किसान और गरीब की आवाज उठाता है. बड़ा आरोप लगाते हुए सुनील सिंह ने कहा है कि तत्कालीन सभापति रहे देवेश चंद्र ठाकुर को लोकसभा के टिकट का लालच देकर मेरे ऊपर कार्रवाई कराई गई है. 


आगे उन्होंने कहा कि सदन में राबड़ी देवी ने कहा था इस मामले पर चर्चा होनी चाहिए सभापति ने आश्वासन दिया था कि चर्चा होगी, लेकिन आनन-फानन में इसे हां-ना के साथ समाप्त कर दिया गया जिस तरीके से मेरी सदस्यता गई मुझे बोलने का मौका नहीं दिया. यह लोकतंत्र की हत्या है.


सीएम नीतीश पर बड़ा आरोप


पूर्व एमएलसी ने कहा कि नीतीश कुमार पर कार्रवाई होनी चाहिए थी. उन्होंने मुझे बर्बाद करने की धमकी दी. एक बार नहीं कई बार दी थी. उन्होंने महिलाओं का अपमान किया है. दोनों सदनों में नीतीश कुमार का जो बयान था उसे पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? दलित महिला विधायक पर जिस तरीके का शब्द उन्होंने प्रयोग किया उन पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? 


बड़ा आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सभापति ने नीतीश कुमार के दबाव में यह कार्रवाई की है. मैंने आचार समिति के अध्यक्ष और सभापति को पत्र दिया, लेकिन मेरा पत्र स्वीकार नहीं किया गया. मैंने पोस्ट के माध्यम से भी लेटर भेजा उसे लेटर को भी लौटा दिया गया.


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