Bihar Political News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) रविवार (9 अप्रैल) की शाम पैदल ही टहलते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी (Iftar Party) में पहुंच गए. इस दौरान वीआईपी काफिला उनके साथ नहीं था. महागठबंधन (Mahagathbandhan) सरकार के मुखिया कुमार मुस्कुराते हुए दावत स्थल तक पहुंचे.


इस दौरान कुमार के करीबी और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और कुमार के संकटमोचक कहे जाने वाले मंत्री विजय कुमार चौबे उनके साथ थे. पठानी सूट पहने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने फूलों का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया और फिर मेहमानों को टोपी पहनाई. 


चिराग ने नीतीश के छुए पैर


कुमार और उनके करीबी जब तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के करीब कुर्सियों पर बैठे तभी अचानक चिराग पासवान के आने से उत्साह की लहर दौड़ गई, जो एक समय मुख्यमंत्री कुमार को लगातार निशाना बनाकर सुर्खियों में आए थे. हालांकि, इस दौरान पासवान ने सभी मतभेदों को किनारे रखकर अपने पिता दिवंगत रामविलास पासवान के पुराने साथी रहे कुमार के पैर छुए.


पासवान ने बाद में दी ये सफाई


बाद में चिराग पासवान ने कहा कि लालू प्रसाद और उनके परिवार से मेरे पारिवारिक संबंध हैं. लिहाजा मैं हर साल यहां आता हूं. नीतीश कुमार से नीतियों के आधार पर मेरे मतभेद रहे हैं व्यक्तिगत आधार पर नहीं. जमुई से सांसद पासवान, कुमार पर आजीवन उनके पिता का अपमान करने का आरोप लगा चुके हैं. हालांकि, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर प्रशंसा करने के बावजूद राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े हुए हैं. कुछ हालिया विधानसभा चुनावों में तो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार भी किया है.


सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे चिराग


हाल में जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में भाजपा के सभी 40 लोकसभा सीट जीतने की उम्मीद जताई थी, तो मीडिया के एक वर्ग में इसे एक संकेत माना जा रहा था कि बीजेपी राज्य में अपने सहयोगी दलों को महत्व नहीं देगी, जहां उसका मुकाबला सात दलों के महागठबंधन से है. शाह के बयान के बारे में पूछे जाने पर पासवान ने कहा कि मेरी पार्टी भी सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. हम कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, यह बाद में तय किया जाएगा. इस बीच, चिराग से बगावत करने वाले उनके चाचा पशुपति कुमार पारस से जब चिराग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चिराग को मेरा भतीजा न कहें. हमारी रगों में बह रहा खून एक नहीं है. मेरी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मजबूत सहयोगी बनी रहेगी.


तेजस्वी की पार्टी में इन दलों के नेता भी पहुंचे


बहरहाल, तेजस्वी यादव ने इस इफ्तार पार्टी के जरिए यह दिखाने की कोशिश की है कि वह कम उम्र के बावजूद सियासत में लंबी पारी खेलने और सभी को साथ लेकर चलने के लिए तैयार हैं. यादव की ओर से आयोजित दावत में शामिल होने वाले अन्य लोगों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और जन अधिकार पार्टी के संस्थापक पप्पू यादव भी शामिल थे.


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