पटनाः दिल्ली से लौटने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार मुख्यमंत्री और बिहार सरकार पर हमलावर हैं. पटना आने के बाद तेजस्वी यादव शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर के दौरे पर निकले. इसी बीच उनका एक बयान आया है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि बिहार में दो से तीन महीने में सरकार गिरने वाली है. अब इस बयान के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है.
बताया जाता है कि राघोपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ जाने की वजह से वहां के लोगों को काफी मुश्किलें हो रही हैं. घर छोड़कर लोग पलायन करने के लिए मजबूर हो गए हैं. ऐसे में कोरोना काल में क्षेत्र से पूरी तरह से नदारद रहे तेजस्वी यादव राघोपुर की जनता से मुलाकात करने पहुंचे हैं. उनका समस्याओं को सुनेंगे और उनका अपने स्तर से समाधान करेंगे.
एसटीईटी के रिजल्ट में हुई गड़बड़ी पर भी बरसे
तेजस्वी यादव ने बिहार एसटीईटी के रिजल्ट में हुई गड़बड़ी पर कहा कि नीतीश कुमार भ्रष्ट अधिकारियों का प्रमोशन करते हैं, ये उसी का नतीजा है. बिहार के कई अस्पताल खंडहर में तब्दील हो गए, इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? नीतीश कुमार इतने साल से मुख्यमंत्री हैं, तो जिम्मेदारी किसी न किसी तो को लेनी पड़ेगी.
छपरा में एक युवक को खाली इंजेक्शन लगाए जाने के मामले पर कहा कि बिना घोटाले के बिहार में कोई काम नहीं हो सकता. चाहे मामला जो भी हो. स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क निर्माण समेत सभी विभागों में भ्रष्टाचार है.
मालूम हो कि कोरोना काल में तेजस्वी यादव के अपने क्षेत्र से नदारद रहने की वजह से वहां की जनता उनसे खास खफा है. वहीं, कई इलाकों में लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए उनके लापता होने का पोस्टर भी लगाया था.