पटना: आरजेडी नेता श्याम रजक के जेडीयू विधायकों को लेकर किए गए दावे के बाद सूबे की राजनीति गरमा गई है. पूर्व मंत्री का यह कहना कि जेडीयू के 17 विधायक आरजेडी के संपर्क में हैं और पार्टी में शामिल होने के लिए आतुर हैं वाले बयान ने विवाद खड़ा दिया है. हालांकि, सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने यह साफ कर दिया जेडीयू में किसी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है.


सीएम नीतीश ने कहा कि कोई भी अगर किसी प्रकार का दावा कर रहा है तो वह बेबुनियाद है. उसमें कोई दम नहीं है. ऐसी कोई बात नहीं है. इस तरह के बयानों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. अब सीएम नीतीश के इस बयान पर आरजेडी ने प्रतिक्रिया दी है.


आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार कह रहे हैं कि जेडीयू में टूट नहीं होगी. लेकिन, उनके सहयोगियों ने अरुणाचल में जेडीयू को लूट लिया है. अब किस मुंह से सीएम नीतीश कह रहे हैं कि बिहार में टूट नहीं होगा. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जनता का साथ तो पहले ही छूट गया है. अब उनकी पार्टी में भी टूट होगा. इस बात को वो याद रखें क्योंकि उनकी राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है.


उन्होंने कहा कि तीन नंबर की पार्टी बनाने के बाद भी सीएम नीतीश को इस बात का एहसास नहीं है कि उनके पैरों तले जमीन खिसक गई है. इस टूट और लूट के चक्कर में अब आरजेडी नहीं रहती क्योंकि उन्होंने तो आरजेडी को भी तोड़ा था. वे हमारे पांच एमएलसी को ले गए थे. इसी का बदला अरुणाचल में लिया गया है और उनके 6 विधायक बीजपी में शामिल हो गए. जैसी करनी वैसी भरनी. आगे देखिए क्या होता है, जदयू अब बचने वाली नहीं है.


इधर, मृत्युंजय तिवारी के बयान पर जेडीयू नेता राजीव रंजन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तेजस्वी को चुनाव में तो जनता ने नकार दिया. अब वे अपने नेताओं से बार-बार बयान दिला कर सत्ता में आने की उनकी जो बैचनी है, वो दर्शा रहे हैं. इसी क्रम में एक बार फिर उनके बयानवीर प्रवक्ता का जेडीयू को यह कहना कि पार्टी को बचाना है तो बचा लो सुनकर मुझे लगता है कि उन्हें JDU के शक्ति का एहसास नहीं है.


राजीव रंजन ने कहा कि नीतीश कुमार इस राज्य के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री हैं और पार्टी के विधायक उनके नेतृत्व में पूरी तरह से एकजुट हैं. सभी उनके नेतृत्व में जनता से किए गए वायदों को पूरा करने के लिए तैयार रहते हैं. वहीं, दूसरी तरह आरजेडी के विधायक और उनके नेता किसी भी समय तेजस्वी यादव को छोड़ कर किसी भी दल में शामिल होने को तैयार रहते हैं क्योंकि बिहार की अगुवाई करना उनके बस की बात नहीं है.


उन्होंने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि एक राजनेता के तौर पर उनकी कोई स्वीकारिता है. जो लोग बयान दे रहे हैं, उनकी हकीकत भी जनता समझ रही है. ये सब नेता पराजित योद्धा हैं. ये सब ऐसे बयानवीर हैं, जिनके बयानों को कोई तबज्जो नहीं देता है.


आएको बता दें कि हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी ने जेडीयू के 7 में से 6 विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है. इस घटना पर जेडीयू के नेताओं ने नाराजगी जाहिर की थी. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा था कि जो कुछ भी हो रहा है, वह ठीक नहीं है. इधर, मौके का फायदा उठाते हुए आरजेडी ने सीएम नीतीश ऑफर दिया है कि वे तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बनाएं, विपक्ष 2024 के इलेक्शन में उन्हें पीएम कैंडिडेट प्रोजेक्ट करेगी.