नालंदा: बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा हो चुकी है. लेकिन अभी तक किसी पार्टी ने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. नालंदा में भी अपनी-अपनी उम्मीदवारी को लेकर घमासान मचा हुआ है. बिहारशरीफ विधानसभा में उम्मीदवारी को लेकर आरजेडी में भी अंतरकलह की बात सामने आ रही है.
लोकसभा में भुगतना पड़ा था खामियाजा
इस संबंध में राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय परिषद सदस्य व पूर्व राज्य प्रवक्ता मनीष यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी महागठबंधन से ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया था, जिसे लोग पहचानते भी नहीं थे और वह राजनीति से भी काफी दूर थे. इसका खामियाजा लोकसभा में महागठबंधन को भुगतना पड़ा और भारी मतों से हार का मुंह देखना पड़ा था.
बाहरी शख्स पेश कर रहे दावेदारी
उन्होंने कहा कि अब यही रवैया विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल रहा है. ऐसे उम्मीदवार को रातोरात पार्टी की सदस्यता दिलाई गई, जो अन्य दल में शामिल थे, जिनका ना कोई राजनीतिक सरोकार है और न सामाजिक सरोकार रहा है. ऐसे व्यक्ति को रातोरात पार्टी की सदस्यता दिलाकर टिकट के लिए दावेदारी भी पेश की गई.
पार्टी कार्यकर्ताओं को पहुंची है ठेंस
मनीष यादव ने कहा पार्टी के इस रवैये से बिहारशरीफ विधानसभा के आरजेडी कार्यकर्ताओं का मनोबल काफी टूट गया है और उनके मान-सम्मान को भी ठेंस पहुंचा है. सैकड़ों कार्यकर्ता आक्रोश में दिख रहे हैं. इसीलिए हम सभी आरजेडी कार्यकर्ताओं ने यह तय किया है कि हम लोग आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात कर उनके सामने इस बात को रखने का काम करेंगे.
सामुहिक इस्तीफा देंगे कार्यकर्ता
अगर हम लोगों को बिहारशरीफ विधानसभा से इस बार मौका नहीं मिलता है तो हम लोग किस दिन के लिए राजनीति करने का काम करेंगे. सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आ रही है कि अगर बिहारशरीफ से आरजेडी कार्यकर्ताओं को इस बार टिकट नहीं दिया जाता है तो आरजेडी के सैकड़ों कार्यकर्ता और नेता सामूहिक इस्तीफा देने का भी काम करेंगे, जिसकी घोषणा राजद नेता तेजश्वी यादव से मिलने के बाद की जाएगी.