पटना: पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से शुरू होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और जनता दल (युनाइटेड) के बीच मतभेद उभरकर सामने आया है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को मतदान कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा था कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए मतदान आठ चरणों में होगा. पिछली बार सात चरणों में मतदान हुआ था.
आरजेडी ने दावा किया है कि जेडीयू की बंगाल इकाई का जल्द ही आरजेडी में विलय हो जाएगा. इस दावे पर जेडीयू नेता व बंगाल प्रभारी गुलाम रसूल बलयावी ने आरजेडी पर जमकर निशाना साधा. बलयावी ने कहा, "जिसके घर शीशे के होते हैं, वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते." जेडीयू नेता ने आगे कहा कि आरजेडी को अपना घर बचाकर रखना चाहिए.
आरजेडी के वरिष्ठ नेताओं ने कही ये बात
आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र और पार्टी के एक अन्य नेता के इस दावे के बाद बलयावी की प्रतिक्रिया आई कि पश्चिम बंगाल में जेडीयू की पूरी इकाई विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी के साथ विलय कर लेगी. वीरेंद्र ने कहा कि जेडीयू के प्रमुख नेता जल्द ही आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मिल सकते हैं.
इस बीच, आरजेडी के वरिष्ठ नेता-अब्दुल बारी सिद्दीकी और श्याम रजक पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. बलयावी ने कहा, "हम पार्टियों को तोड़ने में विश्वास नहीं करते हैं. लेकिन, किसी का भी हमारी पार्टी में शामिल होने पर स्वागत है."
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