Pashupati Paras News: आरएलजेपी पार्टी की राज्यकार्यकरिणी की बैठक बुधवार को खत्म हो गई, लेकिन पशुपति पारस फैसला नहीं कर सके. एनडीए में अनदेखी और बिहार की राजनीति में साइड लाइन पर खड़े पशुपति पारस क्या बीच मझदार में फंस गए हैं? आखिर बैठक के बाद पशुपति पारस क्यों फैसला नहीं कर पाए? इसकी खूब चर्चा हो रही है. क्या पशुपति पारस समझ रहे हैं कि एनडीए से अगर निकल गए और महागठबंधन ने रिस्पांस नहीं दिया तो क्या होगा? 


दरअसल, पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की दो दिवसीय राज्यकार्यकरिणी की बैठक थी. बैठक तो खत्म हो गई, लेकिन गठबंधन को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया. राज्य कार्यकारिणी की बैठक पर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चंदन सिंह ने कहा कि दो दिवसीय राज्य कार्यकारिणी की बैठक के निर्णय का फैसला 28 नवंबर को पशुपति पारस करेंगे. 


चंदन सिंह ने बैठक को लेकर दी जानकारी


चंदन सिंह ने कहा कि बिहार के 38 जिलों के अध्यक्ष और दलित सेना के जिलाध्यक्ष की बैठक एक साथ हुई. सभी साथियों ने अपनी राय को रखा है. संगठन को पंचायत स्तर तक ले जाना है. संगठन को मजबूत करना है. पशुपति पारस और प्रिंस राज को पंचायत तक जाना होगा, जो साथी शिथिल पड़ गए हैं उनमें ऊर्जा का संचार करना होगा.


'28 नवंबर को पार्टी का निर्णय होगा स्पष्ट'


आरएलजेपी प्रवक्ता ने कहा कि भविष्य में हमारा गठबंधन का स्वरूप क्या होगा? वर्तमान में अभी हमारे साथ जो घटना घट रही है उस पर खुलकर सभी पदाधिकारियों ने अपनी बात पशुपति पारस के सामने रख दी है. अंतिम निर्णय पशुपति पारस को लेना है. 28 नवंबर को पार्टी का जो निर्णय है मीडिया के समक्ष रखेंगे.


ये भी पढ़ें: Sex Racket: जहानाबाद में चल रहा था सेक्स रैकेट, छापेमारी में पुलिस के उड़े होश, हिरासत में 15 युवक-युवतियां