Bihar News: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के अध्यक्ष पशुपति पारस सोमवार (09 दिसंबर) को मोतिहारी पहुंचे. यहां पार्टी कार्यकर्ताओं और दलित सेना ने उनका भव्य स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. पशुपति पारस ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी पार्टी के साथ एनडीए ने नाइंसाफी की है, जबकि एनडीए के साथ सच्चे सिपाही के रूप में खड़े थे.


'...जो हमें सम्मान देगा हम उसके साथ रहेंगे'


पशुपति कुमार पारस ने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर उनकी 243 सीटों पर तैयारी चल रही है. अगर गठबंधन सम्मान नहीं देगा तो, जो हमें सम्मान देगा हम उसके साथ रहेंगे. इसके बारे में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाएगा. हालांकि आरएलजेपी अध्यक्ष ने साफ शब्दों में कहा कि चिराग पासवान के साथ कतई गठबंधन नहीं हो सकता.


पारस बोले- जनवरी में करेंगे विशाल जनसभा


पशुपति पारस ने आगे कहा कि 1983 में दलित सेना का गठन रामविलास पासवान ने किया था जिसका उद्देश्य है दलितों पर हुए अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़कर उन्हें न्याय दिलाना. दलित सेना ने 'गांव की ओर चलें' कार्यक्रम चलाया. अगले साल जनवरी 2025 में पटना के गांधी मैदान में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अन्याय के खिलाफ बिगुल फूंका जाएगा.


पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुगल साम्राज्य के समय से पासवान जाति को चौकीदार-दफादार का पद आरक्षित था. जिस पद को नीतीश कुमार आरक्षित करते हुए सामान्य वर्ग से बहाली करने जा रहे हैं. पासी समाज के द्वारा तारी बनाना उनके जीवकोपार्जन का रोजगार था. सरकार ने उसे शराबबंदी कानून में ला दिया जिससे पासी समाज भूखे रहने पर विवश हैं. पारस ने शराबबंदी को विफल बताते हुए कहा कि जहां शराब का धंधा ज्यादा होता है वहां पुलिस डिपार्टमेंट भी पोस्टिंग के लिए परेशान रहती है.


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