पटना: बिहार की राजनीति में आठ साल अलग-अलग रहने वाले उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार फिर एक बार एक हो गए हैं. लव-कुश की जोड़ी फिर एक बाद बिहार के विकास के लिए एक साथ काम करने को तैयार हैं. इधर, सीएम नीतीश ने भी अपने पुराने साथी उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू में आ जाने से खुश हैं. ऐसे में उन्होंने पार्टी में शामिल होते ही कुशवाहा को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है.
सीएम नीतीश ने मंच से की घोषणा
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा को तत्काल प्रभाव से जेडी(यू) के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है. इस बात की घोषणा सीएम नीतीश ने खुद आरएलएसपी-जेडीयू मिलन समारोह में की है.
बता दें कि ये दूसरी बार है जब उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी का जेडीयू के साथ विलय किया हो. इससे पहले 2009 में उन्होंने अपनी राष्ट्रीय समता पार्टी का जेडीयू में विलय कराया था. अब फिर एक बार उन्होंने सीएम नीतीश के साथ आने का फैसला लिया है.
कुशवाहा ने कही ये बात
बता दें कि रविवार को पार्टी की बैठक के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि दो दिनों की बैठक हुई और उसमें सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ विमर्श किया गया. बातचीत के बाद निर्णय लिया गया कि देश और राज्य की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए जो समान विचारधारा के लोग हैं, उन्हें एक मंच पर इकट्ठा होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इसी बात को ध्यान में रखते हुए आरएलएसपी ने निर्णय लिया कि हमारा जो संघर्ष है, अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को मजबूती देने की, वो हम जेडीयू के साथ मिलकर करेंगे.
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